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राजस्थान में बेरोजगारों का प्रदर्शन, मांगे पूरी न होने पर पुलिस से भिड़े बेरोजगार

लगातार हो रहे पर्चे लीक और सरकार की वादा खिलाफी के चलते राजस्थान में एक बार फिर से बेरोजगारों के सब्र का बाँध टूट गया. जयपुर में महापडाव डाल रखे बेरोजगारों ने जब धरना स्थल से उठाकर सड़कों पर प्रदर्शन करना चाहा तो पुलिस और बेरोजगारों के बीच जमकर झड़प हु

Updated on: 14 Jun 2022, 05:11 PM

highlights

  • लगातार पर्चे लीक होने का लगाया सरकार पर आरोप 
  • पुलिस के साथ हुई जमकर नौकझोक 
  • में 6000 पदों पर टेक्निकल हेल्पर भर्ती का मामला 

 

नई दिल्ली :

लगातार हो रहे पर्चे लीक और सरकार की वादा खिलाफी के चलते राजस्थान में एक बार फिर से बेरोजगारों के सब्र का बाँध टूट गया. जयपुर में महापडाव डाल रखे बेरोजगारों ने जब धरना स्थल से उठाकर सड़कों पर प्रदर्शन करना चाहा तो पुलिस और बेरोजगारों के बीच जमकर झड़प हुई. इन्हें सड़कों पर बैठकर धरना प्रदर्शन से रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल  प्रयोग किया. उधर सरकार ने इस झड़प के बाद बेरोजगार प्रतिनिधियों से बातचीत तो की लेकिन यह भी साफ़ कर दिया की उन्हें सरकार पर भरौसा रखना चाहिए. हालाकि अभी प्रदर्शनकारी की चेतावनी है कि जब तक मांगे पूरी नहीं हो पाती तक आन्दोलन चलता रहेगा.

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पुलिस और इन प्रदर्शनकारियों के बीच की यह तस्वीर राजस्थान के जयपुर की है. जहाँ की सेकड़ों की संख्या में बेरोजगार युवा अपने भविष्य की खातिर कुछ इसी तरह से पुलिस से उलझ गए हैं. सरकार से पहले दौर की बातचीत के विफल होने के बाद जब इन्हें अपनी मांग पूरी होती नहीं दिखाई दी तो ये जयपुर के शहीद स्थल से उठाकर सड़कों पर जाकर बैठने की कोशिश करने लगे. नतीजा पुलिस ने भी सख्ती दिखाई और दोनों पक्षों में जमकर झड़प भी हुई पुलिस ने जब लाठियां भांजनी शुरू की तो ये प्रद्रशनकारी बेरोजगार और भी आक्रोशित हो गए.

दरअसल राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की ओर से 4 मांगों के साथ बेरोजगारों के लिखित समझौते की मांग पूरी नहीं होने के विरोध में जयपुर में आन्दोलन शुरू किया गया. सरकार से बातचीत विफल हुवी तो इन्होने महापड़ाव डालते हुए 2 अक्टूबर को प्रत्येक विधानसभा में कांग्रेस विधायको के पुतले जलाकर कांग्रेस मुक्त राजस्थान अभियान का एलान कर दिया बेरोजगारों की मांग है की राज्य सरकार अपने पहले बजट के वादे के मुताबिक में 6000 पदों पर टेक्निकल हेल्पर भर्ती निकाले.  इनमे इस बात को लेकर नाराजगी थी की हाल ही में राज्य सरकार ने केवल 1512 पदों पर भर्ती का एलान किया है. इसके साथ ही ये लोग पंचायती राज JEN भर्ती बजट घोषणा के अनुसार 2100 पदों के साथ 539 पदों को जोड़ते हुए जल्द से जल्द विज्ञप्ति जारी करने, जूनियर अकाउंटेंट भर्ती को CET से बाहर करने और प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता देने की मांग कर रहे हैं.

चूँकि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और उनके तमाम मंत्री इस वक़्त जयपुर से बाहर हैं ऐसे में इन लोगों के आक्रोश को देखते हुवे पुलिस ने इन्हें जयपुर में मौजूद एक मात्र मंत्री केबिनेट मंत्री शांति धारीवाल के पास ले जाकर बातचीत कराई. लेकिन मंत्री जी की तरफ से भी इन्हें केवल जल्द मांगे पूरी होने का ही आश्वाशन मिला.