उत्तर भारत में बुधवार शाम को तेज आंधी और बारिश कई जिलों में कहर बनकर टूटी। तूफान की वजह से राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में 27 लोगों की जान चली गई, जबकि 100 लोग घायल हो गए।
आपदा प्रबंधन और राहत विभाग के सचिव हेमंत कुमार ने कहा,' इस हादसे में अब तक 27 लोगों की जान चली गई है। मरने वालों में 12 भरतपुर के, 10 धौलपुर के और 5 अलवर के थे।'
उन्होंने कहा, 'धौलपुर में जिन 10 लोगों की जान गई उनमें 2 उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे।'
उन्होंने कहा, 'इस हादसे में लगभग 100 लोग घायल हुए हैं। घायलों में 20 अलवर के, 32 भरतपुर के और 50 लोग धौलपुर के हैं।'
घायलों को लेकर उन्होंने कहा, ' घायल लोगों का इलाज चल रहा है। कुछ लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद रीलिज कर दिया है जबकि एक व्यक्ति जिसकी हालत गंभीर थी उसको धौलपुर से जयपुर उपचार के लिए भेज दिया गया है।'
आपदा प्रबंधन और राहत विभाग के सचिव ने पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजे की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा,' इस प्राकृतिक हादसे में जिन लोगों की जान गई है उनके परिवार वालों को 4 लाख रुपये, जो 60 प्रतिशत घायल हैं उनको 2 लाख और 40 से 50 प्रतिशत जिन्हें चोट लगी है उन्हें 60 हजार रुपयों का मुआवजा देना पड़ेगा।'
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हादसे पर दुख जताया और पीड़ियों के परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
उत्तर प्रदेश में गई 40-50 लोगों की जान
तेज आंधी-तूफान ने उत्तर प्देश में भी लगभग 50 लोगों की जान लेली। सबसे ज्यादा नुकसान आगरा में हुआ है। उत्तर प्रदेश के स्टेट रेवेन्यू ऐंड रिलीफ कमिश्नर संजय कुमार ने बताया- 'कल उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान के चलते 40-50 लोग मारे गए। सबसे ज्यादा प्रभावित जिला आगरा है। प्रभावित लोगों तक 24 घंटे के अंदर राहत पहुंचाई जाएगी।'