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सावधान! कोरोना वायरस पर अफवाहें फैलाना पड़ सकता है भारी, खानी पड़ सकती है जेल की हवा

राजस्थान के दौसा में भी इसी तरह का एक मामला सामने आया है. पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले वाले शख्स को गिरफ्तार भी कर लिया है.

Updated on: 16 Mar 2020, 11:38 AM

नई दिल्ली:

इन दिनों पूरी दुनिया में कोरोना वायरस खौफ फैला हुआ है, लोगों को इससे बचाव के लिए सभी देश की सरकार जरूरी कदम उठा रहे हैं. इसी बीच कई जगह कोरोना वायरस को लेकर अफवाहें भी फैलाई जा रही है. राजस्थान के दौसा में भी इसी तरह का एक मामला सामने आया है. पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले वाले शख्स को गिरफ्तार भी कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, अफवाह फैलाने वाला शख्स का नाम अनिल टाक है, जो महवा के सरकारी अस्पताल में कार्यरत है. इस मामले के सामने आने के बाद सीएमएचओ ने कर्मचारी अनिल को किया बर्खास्त कर दिया है. बता दें कि शख्स ने बांदीकुई में 8 कोरोना पॉजिटिव मिलने के फर्जी मैसेज को वायरल किया था.

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बता दें, कोरोना वायरस को लेकर देशभर के लोग दहशत में हैं. वहीं इसके मामलों में भी लगातार इजाफा हो रहा है. भारत में कोरोना वायरस के अब तक 110 मामले सामने आ चुके हैं. कई राज्यों में 31 मार्च तक पहले ही स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. अब उत्तर प्रदेश में आगरा, नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ सहित 11 जिलों में 31 मार्च तक मॉल, सिनेमा, क्लब और जिम 31 मार्च तक बंद रहेंगे.

वहीं उत्तराखंड में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया. वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) के एक प्रशिक्षु की जांच रिपोर्ट में उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. निदेशक (स्वास्थ्य) एस के गुप्ता ने पीटीआई से कहा कि प्रशिक्षु 11 मार्च को स्पेन से लौटा था. उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में निर्दिष्ट प्रयोगशाला में जांच में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई.