logo-image

CoronaVirus Lockdown: कोरोना का कोहराम, मजदूरों का पलायन, वायरस के साथ भूख का खतरा अधिक

दूसरे राज्यों के ही नहीं राजस्थान के भी मजदूर जयपुर से पैदल ही दूसरे प्रदेशों में रवाना हो रहे हैं. जयपुर में लॉकडाउन के बाद दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. जिसके बाद राजस्थान और अन्य राज्यों के मजदूर भारी संख्या में घर पै

Updated on: 28 Mar 2020, 04:05 PM

नई दिल्ली:

दूसरे राज्यों के ही नहीं राजस्थान के भी मजदूर जयपुर से पैदल ही दूसरे प्रदेशों में रवाना हो रहे हैं. जयपुर में लॉकडाउन के बाद दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. जिसके बाद राजस्थान और अन्य राज्यों के मजदूर भारी संख्या में घर पैदल ही लौट रहे हैं. अन्य राज्यो जैसे गुजरात से मजदूर राजस्थान लौट रहे हैं, वहीं अब राजस्थान से मजदूर पैदल ही मध्यप्रदेश, उत्तप्रदेश सहित अन्य राज्यों को पलायन कर रहे हैं.

और पढ़ें: चीन के वुहान से लौटे छात्र ने बताया अनुभव तो पीएम मोदी बोले- जेल नहीं है लॉकडाउन

कोरोना वायरस संक्रमण और मौत के काउंटडाउन के बीच लाखों की संख्या में मजदूर अपने भविष्य को लेकर चिंतित है एक और जहां राजस्थान कि अन्य राज्यों से मिलने वाली सरहदों से हजारों मजदूर अपने गांव की ओर पलायन कर रहे हैं. वहीं राजस्थान से हजारों मजदूर पैदल ही अपने बच्चों के साथ पलायन कर रहे हैं.

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार हर किसी से यह अपील करती हुई नजर आ रही है कि वह अपने घरों पर रहे और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करें. वहीं लॉकडाउन में जिस तरह से अचानक स्थितियां बनी है, लोग अपने घरों को लौट रहे हैं. मजदूर यही कह रहे हैं कि उनके पास रोजी-रोटी नहीं है. ऐसे में घर लौटना ही एक उपाय है

बता दें कि जो दूर-दराज से काम की तलाश में जयपुर आए थे और दिहाड़ी मजदूरी करके अपना पेट पाल रहे थे. उनमें पैनिक की स्थिति हो गई है. ऐसे में यह तमाम लोग सड़क से पैदल ही अपने गांव को लौट रहे हैं. हालात यह है कि सैकड़ों की तादाद में न केवल दूसरे प्रदेशों के लोग बल्कि राजस्थान के भी दूरदराज से आकर जयपुर में काम करने वाले लोग जयपुर से पैदल ही निकल रहे हैं.

ये भी पढ़ें: नोएडा में कोरोना के 5 और मामले आए सामने, अब तक 23 लोगों के नतीजे पॉजिटिव

जयपुर से मध्यप्रदेश के लिए सैकड़ों की तादाद में लोग को भी लोग पैदल ही निकलते हुए दिखाई दिए. मजदूरों का साफ यही कहना है कि यहां पर उनको खाने-पीने और रहने की मुश्किल है. उनको काम नहीं मिलने से दिक्कते आ रही हैं. ऐसे में उन्हें उनके घर भेज दिया जाएवहीं वापस जाने के लिए कोई साधन नहीं मिलने पर ये लोग पैदल ही निकल रहे हैं. जबकि अब तक देखा जा रहा था कि दूसरों राज्यों के लोग ही ऐसा कर रहे हैं लेकिन स्थिति यह है कि राजस्थान के रहनेवाले लोग भी इधर से उधर पलायन करते दिख रहे हैं.

सबसे गंभीर खतरा अब शहरों के साथ गांवो पर भी मंडरा रहा है. पलायन करने वाले मजदूरों की स्क्रीनिंग भी नहीं हो रही है. ऐसे में अब यह मौत ल वायरस गांवो में पहुंच गया तो हालात बेकाबू हो जाएंगे. ऐसे में सरकार को एक समझाइश का प्लान तैयार करना होगा. जिससे कि इन लोगों में  वह भरोसा कायम हो सके कि वह जहां रह रहे हैं, वहां उन्हें किसी तरीके की परेशानी का सामना नहीं होगी.