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जयपुर में 6000 वर्ग मीटर में कांग्रेस के नए दफ्तर की जमीन आवंटित, लेकिन खेल मंत्री के मन में पीड़ा?

राजस्‍थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय को आखिरकार 6 दशकों बाद उसका हाईटेक दफ्तर मिल ही जाएगा. गहलोत सरकार की केबिनेट ने बाकायदा प्रस्ताव पारित कर जयपुर के मानसरोवर इलाके में 6000 वर्ग मीटर जमीं देने का फैसला किया है

Updated on: 01 Sep 2022, 03:07 PM

नई दिल्ली:

राजस्‍थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय को आखिरकार 6 दशकों बाद उसका हाईटेक दफ्तर मिल ही जाएगा. गहलोत सरकार की केबिनेट ने बाकायदा प्रस्ताव पारित कर जयपुर के मानसरोवर इलाके में 6000 वर्ग मीटर जमीं देने का फैसला किया है. इसके साथ ही पोश बन्नी पार्क कांग्रेस के अग्रिम संघटनों को दी गई जमीन को वापस लेकर उसकी जगह अब हॉस्पिटल रोड पर 7 नंबर का सरकारी बंगला भी जारी किया गया है. जिस पर निराशा जताते हुए खेल और युवा मामलों के मंत्री अशोक चांदना ने सीएम गहलोत को पत्र भी लिखा है.

इन सबके बीच चौंकाने वाली बात यह है की पार्टी के अग्रिम संघटनों ने अपना पुराना बँगला खाली करने के साथ ही वहां से लाईट, और बिजली के बोर्ड तक अपने साथ उखाड़ कर ले गए. ये हैं इंदिरा भवन. जयपुर के स्टेशन रोड पर करीब 60 सालों से यही कांग्रेस संघटन की पहचान बना है, लेकिन जल्दी ही अब राजस्थान कांग्रेस की यह पहचान जयपुर के मानसरोवर के शिप्रा पथ इलाके में शिफ्ट हो जायेगी। कारन बताया जा रहा है की हाल के वर्षों में यह इलाका काफी भीड़ भाड़ वाला हो गया है जिससे
यहां कार्यक्रम आदि करने में काफी दिक्कत होती है, साथ ही भवन पुराना और अब छोटा भी नज़र आने लगा है । यही कारण है की बाकायदा कांग्रेस संघटन की ओर से आई
आरजी को गहलोत की मंत्रिमंडलीय उपसमिति ने कांग्रेस के राज्‍य मुख्यालय भवन के लिए 6000 वर्ग मीटर सरकारी भूमि आवंटन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

यह जमीं इस वक़्त राजस्थान हाउसिंग बोर्ड की है लेकिन अब बोर्ड भूमि आवंटन की प्रक्रिया करेगा। अब आवासन मंडल के साथ कीमत तय की जाएंगी और पैसे जमा करवाकर जमीन का कब्जा लिया जाएगा। उसके बाद भवन निर्माण आदि की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके साथ ही जयपुर के पोश बन्नी पार्क इलाके में स्थित कांग्रेस के
अग्रिम संघटनों के दफ्तरों को भी जयपुर के हॉस्पिटल रोड पर 7 नंबर बंगले में शिफ्ट कर दिया गया है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र यही पर कांग्रेस अपना वार रूम भी बनाने वाले हैं.  लेकिन गहलोत सरकार में खेल और युवा राज्यमंत्री अशोक चांदना ने इस पर निराशा जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक चिट्‌ठी लिख बनीपार्क स्थित प्रधान कार्यालय को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय होने की बात कही है। उन्होंने लिखा है कि

....."कांग्रेस के अग्रिम संगठन कांग्रेस सेवादल, युवा कांग्रेस और भारतीय
राष्ट्रीय छात्र संगठन के बनीपार्क स्थित प्रधान कार्यालय को खाली करवाने की
सूचना से मन पीड़ित है। मेरा मानना है कि यह तीनों ही संगठनों और कार्यकर्ताओं
के साथ न्याय नहीं है। ऐसे में मांग है कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं और मामले
की गंभीरता को समझते हुए इस पर संज्ञान लें।...

इन सबके बीच एक एसी चौंकाने वाली तस्वीर भी सामने आई है जो की शर्मशार कर देने वाली है . दरअसल 1980 में कांग्रेस पार्टी को आवंटित जयपुर के बनीपार्क स्थित जयसिंह हाईवे के जिस 613 नम्बर सरकारी में 30 सालों से कांग्रेस के तीनों अग्रिम संगठन यूथ कांग्रेस, सेवा दल और एनएसयूआई के मुख्यालय चल रहे थेउसके खाली कए जाने का नजारा चौंकाने वाला रहा. टेबल कुर्सियों और मेजों के साथ वहां से पार्टी नेता बिजली के बल्ब, ट्यूब लाईट और यहाँ तक की बिजली के खटके तक को उखाड़ कर ले गया है. जिसे देखकर यहाँ पर सालों से आने वाले कार्यकर्ताओं को भी निराशा है.

वैसे बीजेपी ने राजस्थान के सभी 33 जिलों में ना केवल पार्टी के आलिशान दफ्तर के निर्माण के लिए जमीन ले ली है बल्कि उसमे से कई बन भी चुके हैं. ऐसे में साल 2018 में राज्‍य में कांग्रेस सरकार बनने के समय से ही प्रदेश मुख्यालय के लिए नए भवन बनाने को लेकर चर्चा थी, लेकिन महामारी व अन्‍य कारणों से यह मामला टलता गया लेकिन अब जमीं आवंटन को मंजूरी मिलने के बाद इसमें तेजी आने की उम्मीद है।