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सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान में संपूर्ण लॉकडाउन के दिए संकेत

Lockdown in Rajasthan : देश में एक बार फिर कोरोना तेजी से फैल रहा है. कई राज्यों के अस्पतालों में आक्सीजन न मिलने से मरीजों की मौत हो जा रही है. इस बीच राजस्थान सरकार लॉकडाउन को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है.

Updated on: 06 May 2021, 04:01 PM

नई दिल्ली:

Lockdown in Rajasthan : देश में एक बार फिर कोरोना तेजी से फैल रहा है. कई राज्यों के अस्पतालों में आक्सीजन न मिलने से मरीजों की मौत हो जा रही है. इस बीच राजस्थान सरकार लॉकडाउन को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है. सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में आज से पूर्ण लॉकडाउन लग सकता है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नेशनल लॉकडाउन करने की मांग उठाई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के नेशनल लॉकडाउन का समर्थन किया है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अब केवल यही एक विकल्प बचा है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर राजस्थान में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने के संकेत दिए हैं. उन्होंने आगे कहा कि एक सुनियोजित लॉकडाउन कोविड वायरस की चेन तोड़ने में मददगार हो सकता है. हमारे पास ऑक्सीजन, दवाइयों और मेडिकल उपकरणों की शॉर्टेज चल रही है. जल्द ही मेडिकल स्टाफ की भी कमी हो जाएगी. 

सीएम अशोक गहलोत के मंत्री परिषद में अहम फैसले लिए गए हैं. इसके तहत शादियों पर रोक लगाने की सहमति बनी है, रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा में ज्यादा सख्ती होगी, जिलों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने का फैसला लिया गया है, विधायकों व मंत्रियों ने वेतन कटौती का फैसला लिया है. 3 करोड़ के अतिरिक्त कोष का फैसला भी CM पर छोड़ा गया है. विदेश से 20 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मंगाए जाएंगे. 

मंत्री परिषद की बैठक खत्म होने के बाद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया को संबोधित किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चिंतित हैं. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपील की है कि शादियों को बंद करें, बेवजह नहीं घूमें, भीड़ नहीं करें, बिना मास्क नहीं निकलें. साथ ही उन्होंने ऑक्सीजन संकट को लेकर केंद्र पर साधा निशाना है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन पर मुख्यमंत्री अंतिम फैसला लेंगे. केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन नहीं देने का आरोप लगाया है.

सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जब तक पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे थे तो मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया. जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें रोज बदल रही थीं. चुनावों के नतीजे आते ही केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर महामारी से ग्रस्त जनता पर महंगाई का बोझ डालना प्रारंभ कर दिया. केंद्र सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाकर पहले से ही परेशान जनता को राहत देनी चाहिए. यूपीए सरकार के मुकाबले मोदी सरकार डीजल-पेट्रोल पर कई गुना अधिक टैक्स वसूल रही है, जिसके कारण लगातार महंगाई बढ़ रही है.