राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने बयान जारी कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मानसिक अवसाद से ग्रस्त बताते हुए कहा कि राजस्थान की जनता विकास कार्यों के लिए तरस रही है. किन्तु मुख्यमंत्री गहलोत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह इनके नामों की माला जपने व इनके बारे में अनर्गल बयानबाजी करने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं कर रहे.
सीएम गहलोत को ‘शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस’ की बीमारी
डॉ पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को दिनभर व बार-बार इस प्रकार का विलाप करने से ‘शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस’ की बीमारी हो गई है. इसको देखते हुए ही मैंने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में सम्पूर्ण जानकारी वाली पुस्तकें भेंट की थी. किन्तु अब लगता है कि आरएसएस के बारे में गलत बयानबाजी करना उनकी दिनचर्या में शुमार हो गया है.
सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को खुश करने का सिर्फ काम कर रहे हैं गहलोत
डॉ पूनिया ने कहा कि यह सरकार यदि जनता के हित, बुनियादी सुविधाऐं, विकास के कार्य करती तो उनका बखान करती. किन्तु विकास के नाम पर प्रदेश में इन्होंने एक ईंट भी नहीं लगायी, इसलिए सरकार अपनी असफलता को छुपाने के लिए व जनता का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रही है. ऐसा सब करके वे अपने अलाकमान सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को खुश करने का काम करते हैं.
सीएम गहलोत को आरएसएस और मोदी का फोबिया हो गया है
डॉ पूनिया ने कहा कि इन दिनों मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और मोदी जी का एक किस्म का फोबिया हो गया और उस भय से आक्रांत होकर वे इसका उल्लेख बार-बार करते है. मैं उनको नसीहत देना चाहूंगा कि सरकार को एक साल हो गया है अब तो वे जनता की सुध लें. किसान धर्मपाल सुथार जिसने अभी 8 दिन पहले आत्महत्या करी थी, उस जैसे हजारों परिवारों को न्याय देने की बात करें.
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डॉ पूनिया ने मुख्यमंत्री गहलोत की दिल्ली यात्रा पर सवाल खड़े हुए कहा कि वो बताए कि उनकी दिल्ली की यात्राएं कितनी हुईं और दिल्ली की उन यात्राओं के दौरान प्रदेश में कितनी घटनाएं हुईं. यदि आप मौजूद होते तो उनका संज्ञान लेते, जिससे समय रहते राजस्थान का भला होता.
कांग्रेस दो टुकड़ों में बंटी हुई है
डॉ पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा संसद से पास कानून को यहां लागू नहीं करेंगे इस तरह की बात कहना भारतीय संविधान को चुनौती देना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस दो टुकड़ों में बंटी हुई है, जिससे मुख्यमंत्री कुर्सी के डर से आशंकित है. सुबह से लेकर शाम तक कुर्सी को बचाने की तिगडमों से असंतुलित हो गये है. मैं उन्हें सलाह देना चाहूंगा कि हमारे राजस्थान के मुख्यमंत्री स्वस्थ रहें इसलिए उन्हें अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए.
टिड्डा हमले से किसानों की फसले चौपट हो गई
टिड्डी दलों के हमले से किसानों की फसलें चौपट होने पर पूनिया ने कहा कि पाकिस्तान से प्रदेश में टिड्डी दल के हमले से तीन हजार गांवों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिसके कारण 5 लाख हेक्टेयर में करीब 150 करोड़ से ज्यादा कि फसलें टिड्डी दल ने चट कर दी है. सरकार किसानों की इस बर्बादी को रोकने में नाकाम साबित हुई.
मुख्यमंत्री जी के बाड़मेर दौरे पर सवालिया निशान उठाते हुए डॉ पूनिया ने कहा कि देर से भी आए और दुरूस्त भी नहीं आए. मुख्यमंत्री जी अब गए है जब वहां कुछ बचा ही नहीं.
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उन्होंने कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधि लगातार टिड्डी दल के हमलों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे थे. किन्तु सरकार सचेत नहीं हुई और सरकार की लापरवाही के चलते प्रदेश के किसानों की फसल बर्बाद हो गई.
डॉ पूनिया ने कहा कि भाजपा मांग करती है कि सरकार सुनिश्चित करें, जिससे किसान कर्ज में ना डूबे और तुरंत गिरदावरी करवाकर बुवाई से लेकर अब तक की पूरी लागत मुआवजे के रूप में किसानों को मिले.
3 जनवरी को जोधपुर में गृहमंत्री अमित शाह की रैली
पूनिया ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदेश भर में जन-जागरण अभियान की रैलियां शुरू हो गई है और इसी क्रम में 3 जनवरी को जोधपुर में एक बड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जिसमें गृहमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी की बड़ी रैली आयोजित होगी. इस कार्यक्रम में 50 हजार से भी ज्यादा लोग शिरकत करेंगे. जोधपुर विस्थापितों का एक बड़ा केन्द्र है, जहां पर बड़ी संख्या में विस्थापित सीएए के समर्थन के लिए इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
Source : News Nation Bureau