केंद्र सरकार के फैसलों से देश में अविश्वास का माहौल बढ़ रहा है : अशोक गहलोत

कांग्रेस नेताओं ने राजस्थान के राज्यपाल के जरिये राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा जिसमें आरक्षण के सवाल पर संविधान की मूल भावना के अनुरूप कदम उठाने की मांग की गई है.

कांग्रेस नेताओं ने राजस्थान के राज्यपाल के जरिये राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा जिसमें आरक्षण के सवाल पर संविधान की मूल भावना के अनुरूप कदम उठाने की मांग की गई है.

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Ravindra Singh
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अशोक गहलोत( Photo Credit : फाइल)

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार मनमाने फैसले ले रही है जिसकी वजह से देश में अविश्वास का माहौल बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र में मौजूद लोगों के इरादे स्पष्ट नहीं है जिससे उन्हें यह नहीं पता चल पा रहा कि देश कहां जा रहा है. गहलोत ने यहां चल रहे एक धरने को संबोधित करते हुए यह बात कही. यह धरना उच्चतम न्यायालय के इस फैसले कि राज्य नियुक्ति और पदोन्नति में आरक्षण देने के लिए बाध्य नहीं है की, पृष्ठभूमि में चल रहा है. कांग्रेस नेताओं ने राजस्थान के राज्यपाल के जरिये राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा जिसमें आरक्षण के सवाल पर संविधान की मूल भावना के अनुरूप कदम उठाने की मांग की गई है.

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गहलोत ने कहा, देश पर शासन कर रहे लोगों का इरादा स्पष्ट नहीं है. केंद्र मनमाने तरीके से फैसले ले रहा है. संदेह का वातावरण अपरिहार्य है क्योंकि यह स्पष्ट नहीं है कि देश किस दिशा में बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मात्र 39 प्रतिशत मत हासिल करने वाली भाजपा मनमाने तरीके से फैसले ले रही है. गहलोत ने कहा कि केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी अपना एजेंडा लागू करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती और इस स्थिति में वंचित समुदायों के आरक्षण पर खतरा अपरिहार्य है.

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उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं संघ (आरएसएस) राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को उकसा रहे हैं. गहलोत ने कहा, उनका राष्ट्रवाद छद्म-राष्ट्रवाद है. उनका लक्ष्य लोगों को भड़का कर चुनाव जीतना है. 20 प्रतिशत मुस्लिम अल्पसंख्यक आबादी कहां जाएगी. उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि उनका प्रदर्शन केंद्र की भाजपा नीत सरकार के लिए चेतावनी है कि कोई भी विचारधारा या शक्ति देश के नागरिकों के मौलिक अधिकार को खत्म नहीं कर सकती.

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उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने आरक्षण का प्रवाधान किया ताकि दलितों और पिछड़ों को मुख्य धारा से जोड़कर उनके जीवनस्तर में सुधार लाया जाए. पायलट ने कहा कि आरक्षण गरीबी हटाओ जैसा कार्यक्रम नहीं है बल्कि यह दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों को सनिश्चित करने के लिए सतत प्रक्रिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा का लक्ष्य लोगों को भ्रमित कर महंगाई और बेरोजगारी से ध्यान भटकाना है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सचिव और राज्य के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि भाजपा संविधान में मौजूद आरक्षण के अधिकार में छेड़छाड़ करने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में अनिश्चितता का माहौल पैदा हुआ है क्योंकि भाजपा सरकार की नीतियों को लेकर लोग भ्रमित हैं. 

Ashok Gehlot central government Decision of Center
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