राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि इस कदम का तुक क्या है. गहलोत ने अपने निवास पर संवाददाताओं से बातचीत में गांधी परिवार को खतरे की विभिन्न रपटों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘जब खतरे की रिपोर्ट आ रही थीं तब अचानक ही किया गया यह फैसला समझ के परे है. सरकार को देश की जनता को जवाब देना चाहिए.’’ राजीव गांधी एवं इंदिरा गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि जिस परिवार के प्रधानमंत्री रहे सदस्यों की आतंकवाद के कारण हत्या हुई, उसकी सुरक्षा के लिए एसपीजी बनी.
उन्होंने कहा, ‘‘उस परिवार के सुरक्षा कवर को हटाने का तुक क्या है? यह जवाब खुद मोदी जी को देना चाहिए.’’ गहलोत के अनुसार राजीव गांधी की हत्या के बाद जस्टिस वर्मा आयोग ने स्पष्ट कहा कि अगर एसपीजी नहीं हटाई जाती तो राजीव गांधी की जान बच सकती थी उन्होंने कहा कि इस देश में राजग सरकार नई पंरपरा शुरू कर रही है वो समझ के परे है. गहलोत ने कहा कि राजनाथ सिंह जब तक गृहमंत्री रहे तब तक ऐसा फैसला नहीं किया गया. इस बात का क्या कारण है कि राजनाथ सिंह के हटते ही अमित शाह आए और उन्होंने यह फैसला करवा दिया. राजनाथ सिंह के वक्त में पांच साल तक यह फैसला क्यों नहीं हुआ?