Alwar temple dispute: राजस्थान के अलवर जिले में 300 साल पुराने शिव मंदिर ( alwar temple demolition ) को गिराए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अलवर मंदिर विवाद पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ( AIMIM chief Asaduddin Owaisi ) ने कहा कि राजस्थान सरकार को जनता से माफी मांगनी चाहिए और भाजपा को भी माफी मांगनी चाहिए क्योंकि वहां(राजगढ़, अलवर) नगर पालिका बोर्ड में भाजपा का बहुमत है और कांग्रेस सरकार ने भी प्राचीन मंदिर टूटने दिया इसलिए दोनों बराबर ज़िम्मेदार है. आपको बता दें कि इससे पहले अलवर के सराय मोहल्ला में मंदिर तोड़े जाने पर बीजेपी सांसद किरोड़ी मीणा ने भी सवाल उठाए थे. मीणा ने इस घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर राज्य में बदले की राजनीति चलाने का आरोप लगाया था.
बीजेपी सांसद किरोड़ी मीणा ने अशोक गहलोत को 'राजस्थान का औरंगजेब' करार देते हुए, राजगढ़ में थाने के बाहर धरना दिया है. इसके साथ ही उन्होंने मंदिर के पुनर्निर्माण और उन परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है जिनकी आजीविका इस 'निर्मम विध्वंस' से प्रभावित है. वहीं, अलवर की ADM सुनीता पंकज ने कहा कि नगर पालिका ने पिछले साल सितंबर में प्रस्ताव लेकर आई थी, जिसका क्रियान्वयन 17 अप्रैल को किया गया था। लोगों को पहले सूचित किया गया था कि इसे (मंदिर) हटा दिया जाएगा, तब से लेकर अब तक हमें स्थानीय लोगों की तरफ से किसी भी तरह का विरोध करने का आवेदन नहीं मिला है. एडीएम ने आगे कहा कि 3 मंदिर थे 2 निजी और 1 नाले पर मंदिर बनाया गया था। प्रशासन ने लोगों से सर्वसम्मति से मूर्तियों को हटाया। नगर पालिका द्वारा लोगों की सर्व सहमति से निर्विवाद स्थल पर मंदिर बनेगा.
Source : News Nation Bureau