जोधपुर बावड़ी मेंलाना गांव में खेलते समय बोरवेल में गिरी बच्ची सीमा को नहीं बचाया जा सका. बच्ची को बचाने के लिए 15 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चला, लेकिन सीमा जिंदगी की जंग हार गई. मंगलवार सुबह उसका 350 फीट गहरे बोरवेल से शव बाहर निकाला गया. सिविल डिफेंस, पुलिस व एसडीआरएफ की टीम ने सोमवार शाम 6:15 बजे रेस्क्यू शुरू किया था.
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सरहद में एक खेत में मकान के सामने स्थित खुले नलकूप के बोरवेल में सोमवार शाम किसान पूनाराम जाट की 4 वर्षीय बच्ची सीमा खेलते-खेलते अंदर गिर गई थी. बच्ची के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलने पर मैलाना सहित आसपास के गांव-ढाणियों से बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ भी मौके पर एकत्रित हो गई.
शाम 7:30 बजे 10 जेसीबी से बोरवेल के समानांतर खुदाई शुरू की गई और रात 8 बजे तक उसके रोने की आवाज भी सुनाई दे रही थी, लेकिन इसके बाद वो धीरे-धीरे नीचे खिसकती गई. रात 11 बजे तक वह 230 फीट गहराई तक चली गई थी. कैमरे में भी कोई हलचल नजर नहीं आ रही थी. एनडीआरएफ की टीम रात 12:20 मौके पर पहुंची. रात 2 बजे कैमरे में पानी दिखा, पर सीमा नजर नहीं आई. सुबह रेस्क्यू टीम ने बोर वेल से शव बाहर निकाला.
अच्छी थी इनकी किस्मत
- महाराष्ट्र के पुणे में बुधवार से 200 फीट गहरे बोरवेल में फंसे बच्चे को 13 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बचाया लिया गया है. एनडीआरएफ की टीम बच्चे को बोरवेल से निकालने की कोशिश में कल से जुटी हुई थी. जानकारी के मुताबिक, पुणे के अंबेगांव में छह साल का एक बच्चा 200 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया. हालांकि वह लगभग 10 फीट पर फंसा गया था. मामले की जानकारी मिलते ही पुणे पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू कर दिया था.
- मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक 3 साल के बच्चे के बोरवेल में गिरने का मामला सामने आया था. लगभग 70 फीट की गहराई पर फंसे बच्चे को दो घंटे से ज्यादा समय तक चले राहत और बचाव कार्य के बाद सुरक्षित बाहर निकाला गया था.
- बिहार के मुंगेर जिले में 110 फीट गहरे बोरवेल से तीन साल की बच्ची सना को सकुशल बाहर निकाल लिया गया था. तीन साल की सना को निकालने के लिए जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई थी.