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ACB raids against PWD Engineer
एंटी करप्शन ब्यूरो ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के इंजीनियर दीपक कुमार मित्तल के खिलाफ छापेमारी की. इंजीनियर की नौकरी करने वाला मित्तल एसीबी की जांच में अरबपति निकला. जांच एजेंसी अब तक मित्तल की कमाई से 205 प्रतिशत अधिक संपत्ति तलाश कर पाई है. एसीबी ने जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और फरीदाबाद स्थित मित्तल के छह ठिकानों पर छापेमारी की, जहां से 17 प्लॉट और 50 लाख नकद पाए गए. ब्यूरो ने सभी को जब्त कर लिया.
एसीबी ने लॉन्च किया ऑपरेशन बेफिक्र
एसीबी ने टिप के आधार पर कार्रवाई की थी. एसीबी को टिप थी कि इंजीनियर मित्तल खुलकर रिश्वत लेता है. ब्यूरो ने इस बात की पुष्टि करने के बाद ही कार्रवाई की. एसीबी ने दीपक मित्तल के खिलाफ ऑपरेशन बेफिक्र लॉन्च किया. ब्यूरो को जैसे ही जानकारी मिली कि दीपक के पास आज 50 लाख रुपये की घूस पहुंची है और दो दिन के अंदर-अंदर वह जमीनों में निवेश करने वाला है. वैसे ही एसीबी ने इंजीनियर के ठिकाने पर छापेमारी कर दी.
रिश्तेदारों के नाम पर कई संपत्ति
ब्यूरो को इंजीनियर के पास से अब तक पांच करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है. ब्यूरो इंजीनियर के तीन बैंक लोकरों को खोलने वाला है. इंजीनियर ने अपने रिश्तेदारों के नाम पर भी कई संपत्ति खरीदी है. रिश्तेदारों की आय के बारे में भी जानकारी मिली है. आरोपी का बेटा गोरखपुर से एमबीबीएस कर रहा है. वहीं, बेटी चुरू से एमडी कर रही है. आरोप है कि मित्तल की जहां-जहां पोस्टिंग रही, वहां-वहां उसने संपत्ति खरीदी.
उदयपुर में 1.5 करोड़ के 10 प्लॉट
एसीबी को जयपुर से एक करोड़ से अधिक कीमत के चार प्लॉट, उदयपुर में 1.5 करोड़ से अधिक की कीमत के 10 प्लॉट, ब्यावरा और अजमेर में लाखों रुपये के तीन प्लॉट खरीदे हैं. जयपुर के बरकत नगर स्थित घर से ब्यूरो को 50 लाख रुपये नकद, आधा किलो सोना और डेढ़ किलो चांदी मिली है. इंजीनियर के पास 18 बैंक खाते हैं. 40 लाख रुपये उनमें जमा हैं. 50 लाख रुपये का इंजीनियर ने निवेश किया है.
क्या बोले एसीबी के डीजी
मामले में एसीबी के डीजी रवि प्रकाश मेहराड़ ने बताया कि इनपुट के आधार पर गोपनीय कार्रवाई की गई थी. अब तक मामले में कार्रवाई जारी है. अभी मित्तल की और संपत्तियों के बारे में खुलासा होने की जानकारी है.