logo-image

पहली पत्नी ने छोड़ा, दूसरे ने की पुलिस में शिकायत, पति ने की खुदकुशी

सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें सुरेश मेघवाल पुलिस को अपशब्द कह रहा है. प्रथमदृष्टया आत्महत्या के दौरान पहने गए कपड़े, खेजड़ी का पेड़ वही लग रहा है जो वीडियो में नजर आ रहा है.

Updated on: 16 Apr 2021, 05:39 PM

अजमेर:

राजस्थान के अजमेर जिले के रूपनगढ़ स्थित जाखोलाई गांव में पत्नी से विवाद में पुलिस के रवैये से त्रस्त सुरेश मेघवाल (26) ने खेत में खुदकुशी कर ली. मौत के बाद वायरल वीडियो में वह अपशब्द बोलते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रहा है. कह रहा है पत्नी के झूठे आरोपों पर पुलिस परेशान कर रही. जानकारी के अनुसार जाखोलाई के सुरेश पुत्र पन्नालाल ने गुरुवार को खेत में जाकर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी तब मिली जब ग्रामीणों को पेड़ पर सुरेश का शव फंदे से झूलता मिला. सूचना पर रूपनगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर राजकीय अस्पताल में रखवाया गया. गुरुवार को सोशल मीडिया पर सुरेश का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें सुरेश खेजड़ी के पेड़ के नीचे बैठकर रोता हुआ नजर आ रहा है. वह पुलिस पर परेशान करने, मिलीभगत करने के गंभीर आरोप लगा रहा है साथ ही अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों पर भी आरोप लगा रहा है.

सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें सुरेश मेघवाल पुलिस को अपशब्द कह रहा है. प्रथमदृष्टया आत्महत्या के दौरान पहने गए कपड़े, खेजड़ी का पेड़ वही लग रहा है जो वीडियो में नजर आ रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि उसने आत्महत्या से पहले वीडियो बनाया. पुलिस वीडियो की भी जांच कर रही है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक सुरेश की पहली पत्नी झगड़ा करने की वजह से उसे छोड़कर चली गई थी. सुरेश ने दूसरी शादी की थी. दूसरी पत्नी ने रूपनगढ़ थाने में शिकायत दी थी कि पति सुरेश आए दिन उससे झगड़ा करता है. अब मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया. इस पर पुलिस ने सुरेश को फोन कर थाने बुलाया. इसके बाद सुरेश ने आत्महत्या को अंजाम दे दिया. पुलिस जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. मामले की जांच कांस्टेबल बिरदीचंद कर रहा था. मामले में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था. सिर्फ परिवाद के आधार पर ही जांच चल रही थी. युवक को बयान के लिए थाने पर बुलाया गया था. युवक के खिलाफ उसकी पत्नी ने रिपोर्ट दी थी.

2.25 मिनट के वायरल वीडियो में यह कहा

जो नीं मरबो चावे वीने मरबा देवै पुलिसवाला... लुगायां का चक्कर में आर गलत बयान लिख देवे. बिना सोचे समझे बयान लिख देते हैं. आदमी को डंडों से कूटते हैं, बेल्ट से मारते हैं. ऊपर से धमकियां देते हैं. ऐसे पुलिसवालों को मर जाना चाहिए. ऐसी सरकार को भी मर जाना चाहिए, जो ऐसे पुलिसवालो को नौकरी देते हैं. इनमें सच्चाई तो है नहीं.... जिंदगी बर्बाद कर देते हैं. इनका क्या बिगड़ता है. इनको तो तनखा मिल जाती है. मरना तो आदमी को पड़ता है.