राजधानी जयपुर में स्थित राजस्थान के सबसे बड़े कोविड अस्पताल आरयूएचएस में बड़ी लापरवाही सामने आई है, जो मरीजों की जान पर भारी पड़ी है. आरयूएचएस कोविड अस्पताल में 2 मिनट के लिए प्रेशर गिरा और ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से 3 मरीजों की जान चली गई. अस्पताल में मौजूद इन मरीजों के परिजन कुछ समझ पाते, उससे पहले ही डॉक्टरों ने तीनों मरीजों को मृत घोषित करके मोर्चरी में भेजने की कार्रवाई भी शुरू कर दी. बताया यह भी जा रहा है कि अगर एक मिनट की और देरी होती तो 27 जानें और जा सकती थीं.
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गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को ही केंद्र सरकार को राज्य के लिए ऑक्सीजन कोटा संशोधित करने की मांग की थी. गहलोत ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान राजस्थान की ओर आकर्षित कराया, जहां 2.11 लाख के साथ देश का चौथा सबसे अधिक सक्रिय मामले वाला राज्य है, जहां देश के कुल सक्रिय मामलों का 5.72 प्रतिशत है. सीएम गहलोत ने कहा था, 'राजस्थान में अब 2.11 लाख के साथ चौथा सबसे अधिक सक्रिय मामले वाला राज्य है, जो देश के कुल सक्रिय मामलों का 5.72 प्रतिशत है. वर्तमान ऑक्सीजन आवंटन 435 मीट्रिक टन है जिसमें 125 मीट्रिक टन एएसयू शामिल है.'
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उन्होंने कहा था, 'स्थिति बेहद नाजुक है क्योंकि पूर्व में बर्नपुर और कलिंगनगर से 100 मीट्रिक टन आवंटित ऑक्सीजन उठाने में भी बाधाएं हैं और सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद इस कोटे का पर्याप्त उपयोग नहीं किया गया है.' उन्होंने ट्विटर पर प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को टैग करते हुए कहा था, 'मैं ईमानदारी से जामनगर और हजीरा से ऑक्सीजन के आवंटन को तुरंत संशोधित करने का अनुरोध करता हूं क्योंकि कई राज्यों में सक्रिय मामले कम हो रहे हैं और अधिक आयातित ऑक्सीजन का आवंटन भी हो रहा है.'