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निजी लाभ के लिए सिख पंथ का नाम इस्तेमाल करना गलत : कुलतार सिंह संधवां

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और विधायक कुलतार सिंह संधवां ने अकाली दल (बादल) के नेताओं पर अपने निजी और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सिख पंथ का नाम इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.

Updated on: 03 Dec 2021, 08:33 PM

highlights

  • बादल राजनीतिक उद्देश्यों के लिेए धर्म के नाम का उठा रहे फायदा 
  • कांग्रेस व बीजेपी पर साधा आप नेता ने निशाना 
  • भाजपा पर लगाया इंदिरा गांधी के नक्शेकदम पर चलने का आरोप 

नई दिल्ली :

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और विधायक कुलतार सिंह संधवां ने अकाली दल (बादल) के नेताओं पर अपने निजी और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सिख पंथ का नाम इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा अकाली दल पिछले कई सालों से पंजाब की सत्ता में रही लेकिन बादल परिवार विशेष रूप से पंजाब और सिख पंथ के लिए बेहद घातक साबित हुआ. संधवां ने अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से उनसे अकाली दल (बादल) और बादल परिवार का प्रतिनिधि न बनने का अनुरोध किया. 

संधवां ने कहा, ‘जो बादल आज भाजपा पर इंदिरा गांधी के नक्शेकदम पर चलने का आरोप लगा रहे हैं, इन बादलों के कल तक भाजपा के साथ मधुर संबंध थे. बादल परिवार ने अपने राजनीतिक और पारिवारिक उद्देश्यों के लिए, भाजपा और आरएसएस को पंथ और पंथिक संस्थानों में घुसपैठ करने के लिए स्वतंत्र लगाम दी थी. आज जब भाजपा ने अपनी असलियत दिखाकर बादल दल को काटा तो बादल परिवार को एक बार फिर वह पंथ याद आ गया जो पिछले तीन दशकों से बादल परिवार द्वारा धीरे-धीरे भाजपा को आउटसोर्स किया गया था. पंजाब और केंद्र में सत्ता की बनाए रखने के लिए बादलों ने सिखों के गौरवशाली इतिहास और अपार बलिदानों के साथ बनाए गए शिरोमणि अकाली दल को भाजपा और आरएसएस की शाखा में बदल दिया है.

संधवां आज पंजाब आप कार्यालय में पार्टी की ओर से प्रेस को संबोधित कर रहे थे. उन्होने कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टीयों पर पक्षपात की राजनीति करने का आरोप लगाया. साथ ही कहा की जनता अब इनकी चाल समझ सकी है. आने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी.