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PM मोदी ने अजय मिश्रा को मंत्रिमंडल से बाहर क्यों नहीं निकाला? : AAP

पंजाब के हजारों किसानों द्वारा यूपी के लखीमपुर खीरी पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने केन्द्र की भाजपा सरकार को घेरा और कहा कि मोदी सरकार जानबूझकर इस मामले में किसानों को न्याय दिलाने में देरी कर रही है.

Updated on: 18 Aug 2022, 09:57 PM

चंडीगढ़:

पंजाब के हजारों किसानों द्वारा यूपी के लखीमपुर खीरी पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने केन्द्र की भाजपा सरकार को घेरा और कहा कि मोदी सरकार जानबूझकर इस मामले में किसानों को न्याय दिलाने में देरी कर रही है. वीरवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के साथ बदले की भावना से काम कर रहे हैं, क्योंकि किसानों ने उन्हें तीनों कृषि कानून वापस लेने को मजबूर किया था.

कंग ने भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की और कहा कि केन्द्र और राज्यों की भाजपा सरकारों ने किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर साल भर से ज्यादा समय से जेल में डाला हुआ है. मोदी सरकार के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों को बेरहमीपूर्वक अपनी गाड़ी से कुचलकर जान ले ली, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अभी तक मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर नहीं निकाला है. इस मामले में किसानों को अभी तक न तो कोई न्याय मिला और न ही अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई हुई, इसीलिए पंजाब और अन्य राज्यों के किसान लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे हैं. कंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों के इस संघर्ष के साथ खड़ी है.

कंग ने प्रधानमंत्री मोदी पर किसानों के साथ छल करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने कहा था कि एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे और इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी जिसमें किसानों की नुमाइंदगी होगी, लेकिन एमएसपी कमेटी में जो 23 सदस्य हैं, वे किसान आंदोलन के समय तीनों कृषि कानूनों की हिमायत कर रहे थे. कमेटी में पंजाब के किसानों को कोई नुमाइंदगी ही नहीं दी गई.

कंग ने कहा कि यह सारी चीजें दर्शाती है कि प्रधानमंत्री मोदी पंजाब के किसानों को नीचा दिखा रहे हैं. बदले की भावना से उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. प्रधानमंत्री और भाजपा सरकारों का किसान विरोधी चेहरा उजागर हो चुका है. भाजपा कभी भी किसान हितैषी नहीं हो सकती. वह कॉर्पोरेटों की गुलाम पार्टी है.