सुखबीर सिंह बादल का वादा- पंजाब में सरकार बनी तो 2 डिप्टी सीएम होंगे, एक हिंदू तो दूसरा...
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली हैं. पंजाब में जहां कांग्रेस फिर से सत्ता में वापसी के लिए पूरी जोड़तोड़ लगी है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के साथ छोड़ने के बाद शिरोमणि अकाली दल ने बसपा के साथ गठबंधन बना लिया है.
नई दिल्ली:
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली हैं. पंजाब में जहां कांग्रेस फिर से सत्ता में वापसी के लिए पूरी जोड़तोड़ लगी है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के साथ छोड़ने के बाद शिरोमणि अकाली दल ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन बना लिया है. आम आदमी पार्टी ने भी पंजाब चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है. इस बीच शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Bada) ने कहा कि अगर हमारी सरकार आई तो दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे, एक हिंदू होगा और एक दलित.
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सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि अकाली दल को 100 साल पूरे हो गए हैं. प्रकाश सिंह बादल की सोच अमन शांति के साथ तरक्की करवाना था. उन्होंने आगे कहा कि बादल ने सभी धर्मों का सत्कार किया है. सभी धर्मों के पवित्र स्थानों को मान सम्मान दिया है. हमारी सोच सभी को जोड़ना है, बाकी पार्टियां तोड़ना चाहती है.
उन्होंने आगे कहा कि अगर पंजाब में अकाली दल की सरकार बनेगी तो दो डिप्टी सीएम एक हिन्दू और एक दलित होगा. जब तक हमारी सरकार रहेगी हम केंद्र के कानून लागू नहीं करेंगे. चाहे हमारा सर ही क्यों कट जाए. अकाली दल और बसपा कृषि काननों के मुद्दे पर अर्जेंट मोशन ला रहे हैं, बाकी पार्टियां भी साथ दे. गुरनाम सिंह चढूनी पर कार्रवाई गलती सुधारने के लिए की गई है.
आपको बता दें कि पिछले दिनों अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और बसपा महासचिव सतीश चंद्र ने गठबंधन की आधिकारिक घोषणा कर दी थी. दोनों दलों ने चुनाव को लेकर नया नारा 'सोच विकास दी, नए पंजाब की' दिया है और साथ ही सीट बंटवारे का फॉर्मूला भी तय कर लिया है. पंजाब में बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि अन्य सीटों पर अकाली दल अपने उम्मीदवार उतारेगा.
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शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा था कि 2022 के चुनाव साथ लड़ेंगे एवं आने वाले और चुनाव भी साथ लड़ेंगे. उन्होंने कहा था कि अकाली और बसपा के गठबंधन में मायावती की अहम भूमिका है. दोनों पार्टियों की विचारधारा एक है. लोगों की लड़ाई दोनों साथ लड़ेंगे. अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि गठबंधन का एक ही मिशन है और वो है कांग्रेस सरकार को सत्ता से बाहर करना.
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