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सिंघू बॉर्डर हत्याकांड : लखबीर के ससुर ने कहा, दिल्ली चलने के लिए दिया था लालच

हरियाणा के दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर बर्बर तरीके से मौत के घाट के उतार दिए लखबीर सिंह के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने उन्हें धरना स्थल पर बहला-फुसलाकर ले गए थे.

Updated on: 16 Oct 2021, 10:49 AM

highlights

  • परिवारवालों ने सरकार से मामले की जांच की मांग की
  • लखबीर ने बहन से मजदूरी की बात कहकर निकला था
  • बहन ने कहा, गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान नहीं कर सकता वह 

अमृतसर:

हरियाणा के दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर बर्बर तरीके से मौत के घाट के उतार दिए लखबीर सिंह के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने उन्हें धरना स्थल पर बहला-फुसलाकर ले गए थे. परिवारवालों ने सरकार से इस मामले की जांच की मांग की है. मीडिया से बात करते हुए सिंह के ससुर तरन तारन में अपने घर पर कहा, "उन्हें वहां जाने का लालच दिया गया था. इसकी जांच होनी चाहिए और उन्हें न्याय मिलना चाहिए. "उसकी बहन राज कौर ने खुलासा किया कि लखबीर ने 50 रुपये लिए और कहा कि वह चबल में काम करने जा रहा है और सात दिनों के बाद वापस आ जाएगा.

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उन्होंने कहा, "मैंने सोचा था कि वह वहां काम करने गया था. वह ऐसा व्यक्ति नहीं था (गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने के लिए). उन्होंने कहा कि अपराधियों को दंडित किया जाना चाहिए. "लखबीर के परिवार में उनकी पत्नी, तीन बेटियां हैं जिनमें 8 साल की सबसे छोटी और 12 साल की सबसे बड़ी बेटी है. उसकी पत्नी 5-6 साल पहले उसे छोड़कर अलग रहती है. इसकी पुष्टि एएसआई कबाल सिंह ने पुष्टि की है. 

पुलिस बैरिकेड से लटका मिला था शव

दशहरे के दिन हंसराज के पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि शुक्रवार की सुबह करीब पांच बजे कुंडली थाने को सूचना मिली कि सिंघू बॉर्डर पर किसान प्रदर्शन कर रहे एक मंच के पास एक व्यक्ति का शव लटका हुआ है. उन्होंने कहा, एक पुलिस निरीक्षक एक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचा और पाया कि उस व्यक्ति के शरीर पर सिर्फ अंडरगारमेंट है और उसके हाथ और पैर कटे हुए थे. वह पुलिस बैरिकेड पर लटका हुआ पाया गया था. डीएसपी ने बताया कि मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी घटना को लेकर चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त और निष्पक्ष कार्रवाई का आदेश दिया और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. बैठक में गृह मंत्री अनिल विज, राज्य के पुलिस महानिदेशक और अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद थे. 

पत्नी ने कहा, कभी दिल्ली तक नहीं गया था लखबीर
हरियाणा के दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर बर्बर तरीके से मौत के घाट उतारा गया लखबीर सिंह उर्फ टीटू तरनतारन के गांव चीमा खुर्द का रहने वाला था. लखबीर का जन्म भारत पाक सीमा से सटे गांव कलस में हुआ था. लखबीर को उसकी बुआ ने बचपन में ही गोद ले लिया था. लखबीर की हत्या की खबर जैसे ही उसकी पत्नी को जसप्रीत को मिली तो वह तुरंत अपनी तीनों बेटियों के साथ ससुराल चीमा खुर्द पहुंची. जसप्रीत ने कहा कि उसका पति कभी अकेला अमृतसर तक नहीं गया था. उसे भी समझ नहीं आ रहा है कि वह कैसे दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर तक पहुंचा. वहीं गांव को कुछ लोगों का कहना है कि तीन बेटियों का पिता लखबीर नशा करने का आदी था. उसकी इस आदत से परेशान जसप्रीत छह वर्ष पहले बेटियों को लेकर मायके चली गई थी.