/newsnation/media/media_files/2025/03/20/7vPR6pN7HCwigVZxaECY.jpg)
13 महीने बाद खुला शंभू बॉर्डर Photograph: (ANI)
Farmer Protest: पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को बुधवार को हटा दिया गया. इसी के साथ पिछले 13 महीनों से बंद पड़े शंभू बॉर्डर को एक बार फिर से खोल दिया गया है. फिलहाल पंजाब से हरियाणा की ओर आने वाली सड़क को खोल दिया गया है. जबकि दूसरी ओर की सड़क को खोलने की प्रक्रिया जारी है. पुलिस ने हरियाणा की ओर आने वाली सड़क से सीमेंट ब्लॉक और भारी कंक्रीट को हटा दिया है, इसके बाद यातायात बहाल हो गया है. वहीं सभी इलाकों में बुधवार को बंद किए गए इंटरनेट को भी चालू कर दिया गया है.
बुधवार को शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाए गए किसान
बता दें कि पंजाब के किसान फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत कई अन्य मांगों को लेकर पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे थे. जिसके चलते हरियाणा और पंजाब की ओर जाने वाली दोनों लाइनें बंद हो गई थीं. लेकिन बुधवार (19 मार्च) को दोपहर तीन बजे केंद्रीय मंत्रियों के साथ संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की चंडीगढ़ में बैठक हुई.
हालांकि सरकार और किसानों की ये वार्ता भी विफल हो गई. उसके बाद पंजाब सरकार के प्रतिनिधियों ने किसानों के साथ बैठक की और नेशनल हाईवे को खोलने की अपील की. इसे लेकर किसानों ने इनकार कर दिया. इसके बाद पंजाब पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाना शुरू कर दिया.
#WATCH | Tents set up by the protesting farmers, being removed at the Shambu border, and the road being cleared by Police. pic.twitter.com/prktjzqDJ5
— ANI (@ANI) March 20, 2025
साफ किया जा रहा हरियाणा-पंजाब हाइवे
इसी के साथ पुलिस ने हरियाणा से पंजाब की ओर जाने वाले हाइवे को भी साफ करना शुरू कर दिया है. जल्द से जल्द यातायात बहाल कराने के लिए कई मशीनों और मजदूरों को लगाया गया है. माना जा रहा है कि इस हाइवे पर यातायात पूरी तरह से बहाल होने में थोड़ा सा वक्त लग सकता है. प्रदर्शनकारी किसानों को बॉर्डर से हटाने के लिए बाद भी प्रशासन सतर्क है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पुलिस की निगरानी में हाइवे को जल्द से जल्द साफ करने की कोशिश की जा रही है.
बुधवार रात हटा गए प्रदर्शनकारी किसान
बता दें कि बुधवार रात शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. इससे पहले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उसके बाद पुलिस ने बॉर्डर से किसानों को हटाना शुरू कर दिया. बॉर्डर पर करीब 600 किसान मौजूद थे, जिनमें से पुलिस ने 400 से ज्यादा किसानों को हिरासत में ले लिया. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई.