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CM चन्नी कैंसर राहत फंड का पैसा पीड़ितों के इलाज के लिए तुरंत जारी करें : हरपाल सिंह चीमा

चीमा ने कहा कि पंजाब में कैंसर जैसी भयानक बीमारी का इलाज सस्ता नहीं है. लोग अपने पारिवारिक सदस्यों का इलाज करवाने के लिए पंजाब के अस्पतालों समेत राजस्थान और दिल्ली के अस्पतालों में जाते हैं.

Updated on: 20 Oct 2021, 11:51 PM

चंडीगढ़:

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ एवं नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पत्र लिखकर मांग की है कि मुख्यमंत्री कैंसर राहत फंड (सीएम कैंसर रिलीफ फंड) का पैसा कैंसर पीड़ितों के इलाज के लिए तुरंत जारी किया जाए और पीड़ितों के इलाज के लिए पंजाब में सुचारू प्रबंध भी किए जाएं. पार्टी मुख्यालय से बुधवार को हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नाम जारी किए पत्र के संबंध में बताते हुए कहा कि पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कैंसर राहत फंड स्थापित किया गया था. 

लेकिन लंबे समय से इस फंड से पंजाब के कैंसर पीड़ितों को कोई भी सहायता नहीं दी जा रही. वहीं, दूसरी ओर कैंसर पीड़ित अपना इलाज करवाने के लिए सरकारी सहायता मिलने का इंतजार करते-करते मौत के मुंह में जा रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा कि पिछले कुछ सालों से समूचे पंजाब के लोग कैंसर जैसी भयानक बीमारी से जूझ रहे हैं और मालवे का बड़ा हिस्सा कैंसर की चपेट में बुरी तरह आया हुआ है. 

चीमा ने कहा कि पंजाब में कैंसर जैसी भयानक बीमारी का इलाज सस्ता नहीं है. लोग अपने पारिवारिक सदस्यों का इलाज करवाने के लिए पंजाब के अस्पतालों समेत राजस्थान और दिल्ली के अस्पतालों में जाते हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब में अच्छा इलाज नहीं मिलने के कारण कैंसर का इलाज करवाने के लिए मालवा क्षेत्र के लोग एक `कैंसर ट्रेन] नामक रेलगाड़ी से राजस्थान जाते हैं, जो पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किए गए कार्यो की पोल खोलती है.

`आप' नेता ने कहा कि कैंसर के इलाज पर अधिक खर्च आता है. कई परिवारों ने अपने कैंसर पीड़ित सदस्यों के इलाज के लिए जमीन-जायदाद और गहने तक बेच दिए हैं. इस कारण कैंसर पीड़ित व्यक्ति के परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी है और अधिकांश परिवार बीमार व्यक्ति का इलाज करवाने में भी असमर्थ हो गए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकांश कैंसर के मरीज भूमिहीन गरीब परिवारों से हैं, जो इस भयानक बीमारी का इलाज करवाने में समर्थ ही नहीं है.

चीमा ने कहा कि पंजाब की लापरवाही का एक चेहरा यह भी है कि हर साल मालवा क्षेत्र में किसी न किसी बीमारी या कीटों के हमले से फसलें बर्बाद हो जाती हैं और फसलों की यह बर्बादी पीडि़त परिवारों पर कहर बनकर टूटती है. फसलों की बर्बादी का बुरा असर केवल किसानों पर ही नहीं पड़ता बल्कि मजदूर वर्ग पर अधिक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि उनकी आय का बड़ा स्त्रोत फसलें ही हैं. 

उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब की कांग्रेस सरकार के राज में घर-घर रोजगार और अच्छा एवं सस्ता इलाज तो लोगों को क्या मिलना था, बल्कि लोगों द्वारा कैंसर पीड़ितों के इलाज के लिए सीएम कैंसर रिलीफ फंड में दान दिया पैसा भी पीड़ितों को नहीं मिल रहा.हरपाल सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि कैंसर पीड़ितों के इलाज के लिए सीएम कैंसर रिलीफ फंड से पैसा जारी किया जाए और दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरह पीड़ितों के लिए मुफ्त और आधुनिक एंव अच्छे इलाज का प्रबंध भी किया जाए.