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राहुल गांधी के काफिले को मिली मंजूरी, समर्थकों के साथ हरियाणा में की एंट्री

किसान कानून के विरोध में पंजाब में तीन दिन की यात्रा खत्म करने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) हरियाणा के लिए निकले, लेकिन हरियाणा बॉर्डर पर खट्टर सरकार ने उनकी रैली को रोक दिया है.

Updated on: 06 Oct 2020, 04:52 PM

नई दिल्‍ली:

किसान कानून के विरोध में पंजाब में तीन दिन की यात्रा खत्म करने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) हरियाणा के लिए निकले, लेकिन हरियाणा बॉर्डर पर खट्टर सरकार ने उनकी रैली को रोक दिया. हांलाकि, बाद में उनकी रैली को हरियाणा में प्रवेश करने की इजाजत मिल गई है. इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुद ही ट्रैक्टर चला रहे थे, उनके साथ पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता मौजूद हैं. राहुल गांधी के काफिले में मौजूद कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता कृषि कानून के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे हैं. राहुल का ये काफिला काफी लंबा है और इस काफिले में सैकड़ों किसान ट्रैक्टर लेकर निकले हैं. 

हरियाणा की सीमा पर राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली को रोक दिया गया है. किसान कानून के खिलाफ कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली हरियाणा में प्रवेश कर रही थी, लेकिन मनोहर लाल खट्टर सरकार ने उनकी रैली को रोक दिया. राहुल गांधी को कुरुक्षेत्र में जनसभा को संबोधित के लिए जा रहे थे. कुरुक्षेत्र के पाहवा में राहुल गांधी की रैली को रोक दिया गया. इस पर राहुल गांधी अपने कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए हैं. 

हालांकि, बाद सरकार ने राहुल गांधी के काफिले को हरियाणा में प्रवेश की अनुमति दे दी. इसके बाद कार्यकर्ताओं के साथ राहुल गांधी हरियाणा में एंट्री की. अब वह कुरुक्षेत्र में किसान बिल के विरोध में आयोजित जनसभा को संबोधित करने के लिए जा रहे हैं. 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रैली में कहा, 6 साल से मोदी सरकार किसानों, मजदूरों और गरीबों पर आक्रमण कर रही है. गरीबों के लिए मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया, सिर्फ अपने अमीर दोस्तों के लिए ही किया. उन्होंने आगे कहा कि आज हमारे देश के जवान बॉर्डर पर खड़े हैं, लेकिन मोदी 8000 करोड़ के विमान खरीद रहे हैं. राहुल ने कहा कि कांग्रेस अपने स्टैंड से पीछे नहीं हटेगी. कांग्रेस की सरकार आते ही हम इन तीनों कानूनों को फाड़ कर फेंक देंगे.

बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि कृषि संबंधी तीन ‘काले कानूनों’ से खाद्य सुरक्षा की व्यवस्था नष्ट हो जाएगी. उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन कानूनों के जरिए अपने कुछ पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाना चाहते हैं. गांधी ने कहा कि ये जो तीनों कानून बनाए गए हैं वो खाद्य सुरक्षा की मौजूदा व्यवस्था को नष्ट करने का प्रयास है. कांग्रेस नेता के मुताबिक, इन कानूनों से पंजाब और हरियाणा पर सबसे ज्यादा विपरीत असर होगा.

उन्होंने कहा कि पहले नोटबंदी की गई और जीएसटी लागू किया गया. इससे छोटे एवं मध्यम कारोबार नष्ट हो गए. सरकार ने कोई मदद नहीं की. गांधी ने कहा कि देश में खाद्य सुरक्षा की एक व्यवस्था है. अगर यह टूट गई तो सिर्फ किसानों को नहीं, बल्कि सभी लोगों को नुकसान होगा.

विपक्ष के कमजोर होने की धारणा से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि जब पूरे संस्थागत ढांचे को नियंत्रण में ले लिया गया है तो ऐसे में यह कहना उचित नहीं है कि विपक्ष कमजोर है. उन्होंने दावा किया कि देश की आत्मा पर जबरन कब्जा कर लिया गया है.