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पंजाब के सियासी घमासान को शांत करवाने के लिए आए पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी

पंजाब में जारी सियासी उठापटक के बीच अब राहुल गांधी ने दखलअंदाजी शुरू कर दी है. पंजाब के सांसद गुरजीत सिंह औजला और राजकुमार वेरका राहुल गांधी से मिलने के लिए उनके दिल्ली आवास पर पहुंचे हैं.

Updated on: 21 Jun 2021, 05:52 PM

चंडीगढ़:

पंजाब में जारी सियासी उठापटक के बीच अब राहुल गांधी ने दखलअंदाजी शुरू कर दी है. पंजाब कांग्रेस के कई नेता राहुल गांधी से मुलाकात के लिए दिल्ली पहुंचे हैं. पंजाब के सांसद गुरजीत सिंह औजला और राजकुमार वेरका राहुल गांधी से मिलने के लिए उनके दिल्ली आवास पर पहुंचे हैं. इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कल पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. आपको बता दें कि पंजाब के विधायकों और सांसदों की बैठक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ जारी है. 

पिछले कुछ महीने से पंजाब में सियासी उठापटक जारी है. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रहा शीत युद्ध समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले कुछ दिनों में पंजाब में कांग्रेस कैप्टन के सामने थोड़ी से बैकफुट पर नजर आ रही है. पंजाब में कांग्रेस पार्टी के ही नेता अपने मुख्यमंत्री से नाराज दिखाई दे रहे हैं. इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर पंजाब प्रभारी हरीश रावत तक अपना हस्तक्षेप कर चुके है लेकिन अभी भी मामला जस का तस बना हुआ है.

वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव पर चर्चा करने के लिए पंजाब ( Punjab ) का दौरे पर हैं. यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में पूजा-अर्चना की. आम आदमी पार्टी इस बार सीएम चेहरे के साथ पंजाब विधानसभा चुनाव में उतरेगी. पार्टी का सीएम उम्मीदवार सिख होगा और वह सबको पसंद आएगा. आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने अमृतसर में यह ऐलान किया. केजरीवाल सोमवार को अमृतसर में पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप को पार्टी में शामिल करवाने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे. 

दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को अमृतसर पहुंचे. केजरीवाल की मौजूदगी में पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप भी आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. पंजाब की सियासत में यह बड़ा उलट फेर माना जा रहा है. इस दौरान कुंवर के लिए केजरीवाल ने कहा कि ये भी अफसर थे और मैं भी अफसर था. कुंवर नेता नहीं हैं, इनके मां बाप भी नेता नहीं थे, मैं भी नेता नहीं, हमारी नेताओं की पार्टी नहीं है. हम देश के लिए आए हैं.