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पंजाब में आप की उम्मीदों पर 'हाथ' झाड़ू चला दी है। नशे और ड्रग्स माफिया को लेकर के आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में चुनाव लड़ने के लिए उतरी थी और उसने इसके खिलाफ काफी अभियान चलाया था। पर विधानसभा चुनावों के नतीजों ने आप के हाथ से पंजाब को उड़ा दिया है।
केजरीवाल ने जिस अंदाज में पार्टी के लिए प्रचार किया, उससे उम्मीद की जा रही थी पार्टी पंजाब में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री की उम्मीदों पर कांग्रेस के हाथ ने झाडू़ फेर दी। आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को कहा कि वह पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से निराश है।
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हालांकि राज्य में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर उभरने को पार्टी ने एक उपलब्धि बताया। आप का कहना है कि उसका नेतृत्व जल्द ही बैठक कर आत्ममंथन करेगा कि आखिर चूक कहां हुई? साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपनी हार को अपनाते हुए ट्वीट किया, 'जनता का फैसला सर माथे पे। सभी कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की। संघर्ष जारी रहेगा।'
जनता का फ़ैसला सर माथे पे। सभी कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की। संघर्ष जारी रहेगा।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 11, 2017
वहीं आप नेता आशुतोष ने से कहा, 'हमें पंजाब में सरकार बनाने की उम्मीद थी। लेकिन हम नतीजों से निराश हैं।' आशुतोष ने कहा, 'राज्य विधानसभा चुनाव में एक नई पार्टी का दूसरे स्थान पर रहना भी हालांकि बड़ी बात है। इसे कम करके नहीं आंका जाना चाहिए।'
वहीं, आप नेता कुमार विश्वास ने कहा, 'हमें पंजाब में जिस तरह के जनादेश की उम्मीद थी, वह नहीं मिला। भाजपा और कांग्रेस को विभिन्न राज्यों में जीत के लिए बधाई। इसके साथ ही हमारे उन उम्मीदवारों को भी बधाई, जो शानदार तरीके से चुनाव लड़े।'
विश्वास ने कहा, 'विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी बनना एक उपलिब्ध है। हम इस बात पर आत्ममंथन करेंगे कि आखिर चूक कहां हुई?'
दिल्ली के मुख्यमंत्री कुमार विश्वास के विश्वासपात्र कुमार विश्वास का कहना है कि पंजाब की हार से आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने कहा, 'हम पूरी ताकत से दिल्ली नगर निगम चुनाव लड़ेंगे।'
(इनपुट आईएएनएस से भी)
Source : News Nation Bureau