पंजाब में विधानसभा चुनाव करीब हैं. ऐसे में यहां पर सियासी पारा अपने चरम पर है. इस बीच कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने रविवार को कहा कि वह चुनाव जीतने के लिए कभी भी ‘शो पीस’ नहीं बनेंगे. इसके साथ सत्ता में आने के लिए कभी झूठ का सहारा नहीं लेंगे. क्रिकेट से राजनीति में आए सिद्धू का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन में कभी किसी से कोई पद की आशा नहीं की है बल्कि हमेशा पंजाब का कल्याण चाहने की कोशिश की. सिद्धू ने कहा कि न तो वे जीवन में कभी कुछ मांगा है और न ही कभी ऐसा करेंगे. मैंने कभी लोगों से वोट भी नहीं मांगे हैं.’ गौरतलब है कि वे इस बात का जवाब दे रहे थे कि यदि 2022 में कांग्रेस पंजाब विधानसभा चुनाव में विजय प्राप्त करती है तो क्या उन्हें पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री नामित किया जाएगा.
सिद्धू के अनुसार जिम्मेदारी आपको बेहतर या कड़वा बना देती है. उन्हें कड़वा अनुभव है. पंजाब में मेरी तीन सरकारों को बनाने की भूमिका रही है. वे प्रचार में जुटे थे, मगर इस व्यवस्था में एक अच्छे व्यक्ति को ‘शो पीस’ बना दिया गया है. उन्हें बस चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है.’ उन्होंने कहा कि वे कभी सत्ता में आने के लिए पंजाब के लोगों से झूठ नहीं बोलेंगे.चूंकि उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है.
झूठ फैलाने से पंजाब नहीं बदलेगा
सिद्धू के अनुसार वह कांग्रेस नेताओं-राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रति समर्पित हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी काम देगी, वह पूरा करके रहेंगे. पंजाब के लोगों को धोखा नहीं देंगे. उन्होंने लोगों से अपील की कि विधानसभा चुनावों में जमकर मतदान करें. सीएम चेहरे के सवाल को उन्होंने टाल दिया.
सिद्धू ने लोगों से झूठे वादों और मतदाता सर्वेक्षणों में हेरफेर करने से प्रभावित नहीं होने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ‘मेरे पास ईमानदारी की ताकत है और पंजाब के लिए मेरी भक्ति है.’ सिद्धू के अनुसार चुनावी लॉलीपॉप और झूठ फैलाने से पंजाब नहीं बदलने वाला है. सीएम चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा घोषित 100 रुपये मासिक केबल कनेक्शन शुल्क का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बजटीय आवंटन के लिए इसे दूरदृष्टि और शोध आधारित नीतियों की आवश्यकता है. वह केबल व्यवसाय में बड़े खिलाड़ियों के रेवन्यू मॉडल की ओर इशारा कर रहे थे.
Source : News Nation Bureau