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Punjab : पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थी रोजगार मांगने वाले नहीं रोजगारदाता बनेंगे : हरजोत बैंस

Punjab : मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से राज्य के शिक्षा ढांचे को मजबूत करने और नौजवानों को रोजगारदाता बनाने की दिशा में एक और कदम उठाया गया है.

Updated on: 01 Nov 2022, 10:28 PM

highlights

  • स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा बिजनस ब्लास्टर यंग इंटरपन्योर स्कीम लांच
  • चालू साल के दौरान राज्य के 9 जिलों के 31 स्कूलों में पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर शुरू की गई स्कीम

चंडीगढ़:

Punjab : मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से राज्य के शिक्षा ढांचे को मजबूत करने और नौजवानों को रोजगारदाता बनाने की दिशा में एक और कदम उठाया गया है. यहां पंजाब राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों की व्यापारिक उद्यमी बनने संबंधी इच्छाओं को व्यवहारिक रूप देने के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से बिजनस ब्लास्टर यंग इंटरपन्योर स्कीम का उद्घाटन किया. 

इस मौके पर हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि जहां हम पंजाब के शिक्षा मॉडल को पूरी दुनिया की अपेक्षा बेहतर बनाना है तो वहीं साथ ही हमें यह भी यकीनी बनाना चाहता हैं कि हमारे सरकारी स्कूलों में पढ़े विद्यार्थी 12वीं करने के उपरांत यह न सोचें कि ‘‘अब मैं क्या करूं?’’ उन्होंने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थी अब रोजगार मांगने वाले नहीं बल्कि रोज़गारदाता बनेंगे.

उन्होंने कहा कि इस सवाल को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से बिजनस ब्लास्टर यंग इंटरपन्योर स्कीम शुरू करने का फैसला किया गया है. इस स्कीम को 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए शुरू किया गया है और इसको पहले पड़ाव के अधीन पंजाब राज्य के 9 जिलों अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, संगरूर, होशियारपुर, फिरोजपुर, रोपड़ और साहिबजादा अजीत सिंह नगर के 31 स्कूलों में शुरू किया जाना है और अगले शैक्षिक वर्ष से पंजाब राज्य के सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा. 

उन्होंने कहा कि इस स्कीम के अंतर्गत पहले बच्चों से उनकी व्यापारिक प्रस्ताव लिए जाएंगे और फिर उन व्यापारिक प्रस्तावों को स्थापित उद्योगपतियों के साथ विचारा जाएगा और जो व्यापारिक प्रस्ताव उचित पाए गई उस प्रस्ताव के लिए 8 विद्यार्थियों का एक मिक्स ग्रुप बना कर उनको पूरा मार्गदर्शन देते हुए ग्रुप के हरेक मैंबर को 2000 रुपये दिए जाएंगे, जोकि इस पैसे को अपनी व्यापारिक प्रस्ताव को सफल बनाने के लिए लगाएंगे. 

उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य के सरकारी स्कूलों में बहुत काबिल बच्चे पढ़ रहे हैं, जिनमें देश दनिया को बदलने की क्षमता है और मुझे आशा है कि यह स्कीम न केवल हमारे सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी रोज़गारदाता बनाऐगी बल्कि राज्य की कई समस्याओं को भी जड़ से ख़त्म कर देगी. इस मौके पर डायरेक्टर जनरल स्कूल शिक्षा वरिन्दर कुमार शर्मा, डीपीआई पंजाब कुलजीतपाल सिंह माही और डायरेक्टर एससीआरटी मनिन्दर सिंह सरकारिया और कई अन्य अधिकारी शामिल थे.