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लुधियाना में पुलिस की दादागिरी, धरना दे रहे लोगों पर फटकारी लाठियां

पंजाब के लुधियाना में देर रात थाना डिवीजन नंबर 3 के SHO सुखदेव सिंह बराड़ और उसके गनमैन ने खूब दादागिरी दिखाई. थाना के बाहर धरना दे रहे लोगों को जहां जमकर पीटा. वहीं धरना की कवरेज कर रहे पत्रकारों को भी धक्के मारे और गालियां दी.

Updated on: 08 Sep 2022, 01:39 PM

नई दिल्ली :

पंजाब के लुधियाना में देर रात थाना डिवीजन नंबर 3 के SHO सुखदेव सिंह बराड़ और उसके गनमैन ने खूब दादागिरी दिखाई. थाना के बाहर धरना दे रहे लोगों को जहां जमकर पीटा. वहीं धरना की कवरेज कर रहे पत्रकारों को भी धक्के मारे और गालियां दी. बता दें 1 दिन पहले गैंगस्टर विशाल गिल द्वारा पुरानी रंजिश के चलते युवक राजा बजाज और उसके दोस्त पर गोलियां चलाई गई थी. बताया जा रहा है कि गोलियां चलाने की वजह कोई पुरानी रंजिश है. इस मामले में राजा बजाज अपनी शिकायत देने थाना डिवीजन नंबर 3 में गया था. दोपहर को राजा थाना में शिकायत देने गया तो पुलिस ने देर रात तक थाने में ही उसे बैठाए रखा. इस बात का विरोध करते हुए राजा बजाज के परिजन व अन्य लोग थाना डिवीजन नंबर 3 के बाहर एकत्र हो गए.

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 राजा बजाज के परिजनों व दोस्तों ने थाने के बाहर SHO सुखदेव सिंह बराड़ के खिलाफ प्रदर्शन किया. थाने के बाहर नारेबाजी की गई. परिजनों का आरोप था कि राजा को बेवजह थाना में बैठाया है, जबकि वह शिकायतकर्ता है. इस बीच थाना SHO सुखदेव सिंह बराड़ अपने गनमैन जो सिविल कपड़ों में था, के साथ मौके पर पहुंचे. आते ही SHO बराड़ ने अपने तलखी भरे तेवर दिखाते हुए धरना दे रहे लोगों से कहा कि उन्होंने राजा के खिलाफ 307 का मामला दर्ज किया है, क्योंकि जब गोलियां चली तो राजा की तरफ से भी हमला हुआ है.

इस बीच जब राजा के परिजनों के साथ आए उनके वकील ने SHO बराड़ से पूछा कि पुलिस ने उन्हें बिना सूचित किए मामला दर्ज कर राजा को थाना में बैठा लिया, जबकि ये गलत है. इस बीच पत्रकारों ने SHO से इस घटनाक्रम को लेकर सवाल पूछा तो बौखलाए SHO बराड़ और उसके गनमैन ने जहां धरनाकारियों पर धावा बोल दिया. वहीं पत्रकारों को भी धक्के मारे गए. पत्रकारों ने किसी तरह पुलिस से अपनी जान बचाई. इस बीच कई पत्रकार चोटिल भी हुए हैं. पुलिस की इस दहशतगर्दी के बीच इलाके में भय का माहौल व्याप्त है.

बता दें थाना डिवीजन नंबर नंबर 3 के इलाके में ही विशाल गिल अपने साथियों के साथ घुमता रहता है, लेकिन पुलिस किसी राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस उसे पकड़ने से गुरेज कर रही है। बताया जा रहा है कि विशाल गिल के सिर पर किसी सत्ताधारी राजनीतिक नेता का आशीर्वाद है, जिस कारण पुलिस विशाल गिल पर हाथ डालने से कतरा रही है। बता दें हमला करने वाले गैंगस्टरों की पुलिस के हाथ सीसीटीवी भी लग चुकी है लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने में असमर्थ है.