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अध्‍यक्ष बनने के बाद पहली बार कैप्‍टन से मिले सिद्धू, कैबिनेट फेरबदल पर बनेगी सहमति?

पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) के सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने मुलाकात के दौरान कैबिनेट फेरबदल पर भी चर्चा की गई. संभावित फेरबदल को लेकर सिद्धू ने अपना पक्ष रखा.

Updated on: 29 Jul 2021, 08:40 AM

highlights

  • सिद्धू ने कैप्टन को सौंपी 18 सूत्रीय मांगों की चिट्ठी
  • सिद्धू खेमा नहीं चाहता कैबिनेट में हो फेरबदल
  • अगले साल पंजाब में होने हैं विधानसभा चुनाव

चंडीगढ़:

पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) का अध्‍यक्ष बनने के बाद पहली बार नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने मुख्‍यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के साथ मुलाकात की. चंडीगढ़ में दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई. दोनों नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मजबूत करने के साथ ही कैबिनट में संभावित फेरबदल को लेकर भी बात की. सूत्रों का कहना है कि कैबिनेट में फेरबदल को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के सामने अपना पक्ष रखा. इस पर अगला फैसला कैप्टन अमरिंदर सिंह को करना है.

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सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर के साथ मुलाकात में सिद्धू ने एक चिट्ठी भी सौंपी है. इस चिट्ठी में पंजाब के कई मुद्दों का उठाया गया है. चिट्ठी में उन मुद्दों को भी उठाया गया है जिन्हें लेकर वह सरकार और सीधे मुख्यमंत्री पर सवाल उठा रहे थे. सिद्धू ने कैप्‍टन अमरिंदर सिंह को बताया कि कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब को लेकर जो 18 सूत्रीय कार्यक्रम तैयार किए हैं उन्‍हें जल्‍द से जल्‍द लागू करना हमारी जिम्‍मेदारी है. उन्‍होंने कहा कि ये सभी 18 सूत्रीय कार्यक्रम को जल्‍द लागू कर दिया गया तो इसका लाभ विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिलना तय है. सिद्धू ने कहा बतौर मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह को अब कई कड़े फैसले लेने की जरूरत है.

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फेरबदल पर बंटी राय
पंजाब में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले कैबिनेट में फेरबदल को लेकर सिद्धू और कैप्टन खेमे में राय अलग-अलग है. जहां सिद्धू खेमा चाहता है कि मंत्रिमंडल में फेरबदल के बजाए सरकार अगले साल होने वाले चुनाव पर ध्यान दे, वहीं कैप्टन खेमे का कहना है कि अगर कोई मंत्री अच्छा काम नहीं कर रहा है और इससे पार्टी और सरकार की छवि अच्छी नहीं जा रही है तो फेरबदल में क्या हर्ज है? कैबिनेट में फेरबदल की संभावना को लेकर सिद्धू ने कैप्टन के सामने अपना पक्ष रख दिया है. अब इस पर मुख्यमंत्री को ही फैसला लेना है.