आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और सांसद भगवंत मान ने केंद्र सरकार से यूक्रेन में फंसे छात्रों को मुफ्त और सुरक्षित वापस लाने की अपील की है. मान ने एयरलाइंस कंपनियों द्वारा हवाई टिकट की कीमतों में बहुपक्षीय वृद्धि के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी की है. मान ने छात्रों और अन्य यात्रियों के साथ एयर कंपनियों की इस अंधी लूट के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. बुधवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में भगवंत मान ने कहा, "यूक्रेन में पढ़ने वाले सैकड़ो भारतीय छात्रों को यूक्रेन और रूस के बीच प्रतिकूल स्थिति के कारण खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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भारत सरकार ने छात्रों को यूक्रेन छोड़कर स्वदेश लौटने का आदेश तो दिए, लेकिन उनकी सुरक्षित घर वापसी के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है. मान ने कहा कि छात्रों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार ने न तो किसी एयरलाइन को जिम्मेदारी सौंपी है और न ही एयर टिकट की कीमतों को नियंत्रित किया है. भगवंत मान ने कहा कि छात्रों और उनके परजिनों ने यूक्रेन में भारतीय दूतावास पर किसी भी तरह से सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे छात्रों के लिए भारतीय दूतावास ही एकमात्र साहरा है, लेकिन भारत सरकार ने भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारियों और उनके रिश्तेदारों को पहले ही भारत बुला लिया. अभी भी सैकड़ों भारतीय छात्र और अन्य भारतीय यूक्रेन में फंसे हैं और भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा एयर इंडिया को प्राइवेट कंपनी को बेचने के फैसले पर दुख व्यक्त करते हुए भगवंत मान ने कहा, "संकट के इस घड़ी में, भारत के लोग एयर इंडिया को बेचने की कीमत चुका रहे हैं. भारतीय लोगों के पास कोई सरकारी स्वामित्व वाली एयरलाइन नहीं है जो उनके बच्चों को सुरक्षित भारत वापस ला सके. मान ने कहा कि संकट की समय में निजी एयरलाइंस कंपनियां टिकटों के दाम बढ़ाकर वित्तीय लाभ कमाने में जुटी हैं. सभी कंपनियों ने हवाई टिकटों के तीन गुना दाम बढ़ा दिए हैं. पहले जो टिकट सिर्फ 25,000 रुपये में बिकता था, अब वही टिकट 75,000 रुपये में बिक रहा है.
Source : News Nation Bureau