logo-image

मंत्री शेखावत ने अमृतसर में सूरी की हत्या पर आप की चुप्पी पर सवाल उठाया

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को अमृतसर में शिवसेना नेता सुधीर सूरी की निर्मम हत्या पर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार और उसके नेताओं की आपराधिक और साठगांठ वाली चुप्पी पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, इस तरह के एक भीषण कृत्य पर चुप्पी मिलीभगत के बराबर है, उन्होंने टिप्पणी की, अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान सहित आप नेताओं ने इस घटना पर आपराधिक चुप्पी बनाए रखी, यह एक ऐसी वारदात है जिस पर उन्हें सामने आना चाहिए था और आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी.

Updated on: 05 Nov 2022, 08:07 PM

चंडीगढ़:

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को अमृतसर में शिवसेना नेता सुधीर सूरी की निर्मम हत्या पर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार और उसके नेताओं की आपराधिक और साठगांठ वाली चुप्पी पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, इस तरह के एक भीषण कृत्य पर चुप्पी मिलीभगत के बराबर है, उन्होंने टिप्पणी की, अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान सहित आप नेताओं ने इस घटना पर आपराधिक चुप्पी बनाए रखी, यह एक ऐसी वारदात है जिस पर उन्हें सामने आना चाहिए था और आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी.

शुक्रवार को सूरी की बर्बर हत्या की निंदा करते हुए, शेखावत ने कहा कि यह लोगों में भय की भावना पैदा करने के उद्देश्य से एक आतंक का काम था. उन्होंने कहा, इससे वास्तव में लोगों में दहशत और डर पैदा हो गया है, उन्हें 1980-90 में पंजाब में आतंक के काले दिनों की याद आ रही है. आम आदमी पार्टी सरकार ने पंजाब में लोगों के जीवन की रक्षा के लिए अपने अधिकार और जिम्मेदारी को पूरी तरह से त्याग दिया है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह लक्षित हत्या का स्पष्ट मामला है जिसका उद्देश्य न केवल राज्य में शांति को भंग करना है, बल्कि लोगों में भय की भावना भी पैदा करना है, जिसके लिए आप सरकार जिम्मेदार है. सूरी की हत्या राज्य में राष्ट्र विरोधी ताकतों की बढ़ती गतिविधियों की ओर इशारा करती है और इस पर आप की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है.

उन्होंने यहां एक बयान में कहा, आपकी चुप्पी आपकी मिलीभगत है और हमारे पास इस पर संदेह करने के वैध कारण हैं. शेखावत ने कहा- कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों को भी इसी संदर्भ में देखने की जरूरत है. कनाडा सरकार को भी इस तरह की हत्याओं पर ध्यान देना चाहिए और उस देश में भारत विरोधी गतिविधियों और प्रचार को बढ़ावा देना बंद करना चाहिए, जिसका भारत में प्रभाव है.