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कांग्रेस-अकाली-भाजपा को दिए बहुत मौके, अब एक मौका ‘आप’ को दे जनता -अरविंद केजरीवाल

केजरीवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह पंजाब को सुधारने और संवारने के लिए मेहनत करें.एकजुटता के साथ चुनावों की तैयारी करें, क्योंकि सभी ने मिलकर पंजाब को खुशहाल पंजाब बनाना है.

Updated on: 27 Nov 2021, 08:17 PM

highlights

  • चन्नी सिर्फ घोषणाएं करते हैं, अमल बिल्कुल नहीं करते 
  • मोहाली में पंजाब की जनता के साथ केजरीवाल ने की बातचीत 
  • कांग्रेस 129 पृष्ठों के मेनिफेस्टो में से 29 शब्दों पर भी खरा नहीं उतरी 

चंडीगढ़:

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय कन्वीनर एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार द्वारा मुफ्त बिजली स्कीम के तहत दिल्ली के एक लाख बिजली उपभोक्ताओं को जीरो कीमत के बिजली बिल पंजाब की जनता के समक्ष दस्तावेज (डॉक्यूमेंट) सबूत के रूप में पेश किए और साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनौती दी कि वह केवल एक हजार बिजली उपभोक्ताओं के जीरो कीमत के बिल पंजाब की जनता के समक्ष पेश करके दिखाएं. केजरीवाल के अनुसार चरणजीत सिंह चन्नी केवल घोषणाएं करते हैं, उनपर अमल नहीं करते.

अपनी खोखली मशहूरी के लिए चन्नी जगह-जगह पर सरकारी राशि खर्च कर विज्ञापन और बोर्ड तो खूब लगवा रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं करते.इस कारण आज बेरोजगार अध्यापक, मुलाजिम, किसान, व्यापारी, डॉक्टर, नर्सों समेत हर वर्ग धरने प्रदर्शन पर बैठा है.

शनिवार को अरविंद केजरीवाल ने मोहाली में पार्टी द्वारा करवाए गए ‘पंजाब की जनता के साथ, केजरीवाल की बातचीत’कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जिसमें पंजाब के विभिन्न जिलों से लोग और पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे हुए थे. इस मौके पर ‘आप’ पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान, दिल्ली के विधायक एवं पंजाब मामलों के इंचार्ज जरनैल सिंह, नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, प्रिंसिपल बुद्धराम, जै सिंह रोड़ी, अमरजीत सिंह संदोआ (सभी विधायक) मौजूद रहे, जबकि मंच का संचालन विधायक अमन अरोड़ा ने किया.

अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को ‘पंजाब की जनता के साथ केजरीवाल की बातचीत’ कार्यक्रम के दौरान पंजाब के लोगों की समस्याएं सुनी और उनके साथ अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि ‘‘दिल्ली के 50 लाख परिवारों में से 35 लाख परिवारों को बिजली मुफ्त मिलती है.इसका सबूत यह एक लाख बिजली बिल हैं, जिनमें जीरो बिल आने की जानकारी अंकित की गई है.अब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी केवल 1 हजार मुफ्त बिजली वाले बिल (दलित वर्ग के 200 यूनिट माफी के बिल छोडक़र) लोगों के समक्ष पेश करें, क्योंकि चन्नी ने भी पंजाब में मुफ्त बिजली बिल देने की घोषणा की है.’’

केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के लोगों से जो-जो वायदे किए थे, वह सभी पूरे किए हैं.दिल्ली के स्कूल और शिक्षा व्यवस्था, बिजली मुफ्त और 24 घंटे सप्लाई, अच्छे अस्पताल और सस्ता इलाज आदि सब सुविधाएं दिल्ली वासियों को मिलती हैं.जबकि पंजाब में कांग्रेस व अकाली दल बादल ने लोगों को सुविधाएं देने के वादे तो बहुत किए थे लेकिन सरकार बनाकर उन्होंने लोगों को कोई सुविधा नहीं दी, बल्कि अपने ही महल बनाए हैं.

केजरीवाल ने कहा कि हम पंजाब के लोगों को मुफ्त बिजली, 24 घंटे निर्विघ्न बिजली सप्लाई, 16 हजार क्लीनिक खोलने, महिलाओं को 1 हजार रुपये प्रति महीना देने, स्कूल और शिक्षा व्यवस्था सुधारने, अच्छे अस्पताल बनाने व भ्रष्टाचार खत्म करने की गारंटियां दी हैं.पंजाब में ‘आप’ की सरकार बनने पर सभी गारंटियां जरूर पूरी की जाएंगी.

‘आप’ सुप्रीमो ने पंजाब वासियों से अपील की है कि उन्होंने बार-बार कभी कांग्रेस कभी अकाली दल बादल की सरकारें बनाई लेकिन सरकारें चलाने वालों ने पंजाब और पंजाबियों को लूटा-पीटा है.इसलिए अब मौका आम आदमी पार्टी को दें, ताकि पंजाब में आम लोगों का राज स्थापित किया जा सके.

केजरीवाल ने कहा कि यदि पंजाब में मुफ्त और 24 घंटे बिजली, अच्छे स्कूल, अच्छे अस्पताल, घर-घर रोजगार और पांच-पांच मरले के प्लाट मिल गए हों तो कांग्रेस पार्टी को वोट दे देना.यदि कुछ नहीं मिला और वह चाहते हैं कि दिल्ली जैसी सुविधाएं उन्हें भी मिलें तो एक बार झाड़ू वाला बटन जरूर दबा देना और क्वआप' को सरकार बनाने का मौका देना.

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह पंजाब को सुधारने और संवारने के लिए मेहनत करें.एकजुटता के साथ चुनावों की तैयारी करें, क्योंकि सभी ने मिलकर पंजाब को खुशहाल पंजाब बनाना है.

इससे पहले आप पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान ने संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2017 के चुनाव के समय 129 पृष्ठों का चुनावी घोषणा पत्र जारी करके पंजाब वासियों से बहुत वादे किए थे, लेकिन कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में से केवल 29 शब्द भी लागू नहीं किए.भले ही कांग्रेस पार्टी ने ढाई महीनों के लिए अपना मुख्यमंत्री बदल लिया है लेकिन कांग्रेस पार्टी से हिसाब किताब पूरे 5 वर्षों का लिया जाएगा न कि ढाई वर्षो का.

उन्होंने चन्नी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बदलने से सरकार के कार्यों में कोई फर्क नहीं पड़ा.पांच वर्षों से पहले बठिंडा में अधिकार मांगने वालों को मारा पीटा जाता था, पिछले पौने पांच वर्षों में मुलाजिमों को पटियाला में मारा-पीटा जाता रहा और अब ढाई महीनों के दौरान मोरिंडा और खरड़ में पीटा जा रहा है.

भगवंत मान ने चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अध्यापकों और अन्य मुलाजिमों के मामलों का समाधान करने के बजाय उनपर पर्चे दर्ज करने के आदेश दे रहे हैं.लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं होता, बल्कि अध्यापकों और मुलाजिमों को सम्मान दिया जाता है.इसलिए दिल्ली वासियों को अच्छी सुविधाएं दी जा रही हैं.

इस मौके मौजूदा नेताओं में हरचन्द सिंह बरसट, नीना मित्तल, डा. सनी सिंह आहलूवालीया, अनमोल गगन मान, हरजोत सिंह बैंस, ललित मोहन पाठक, संतोष कटारिया, डा. चरनजीत सिंह, कुलजीत सिंह रंधावा, विनीत वर्मा, प्रभजोत कौर और अन्य नेता शामिल थे.