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बैठक के दौरान सिद्धू ने उबली सब्जी और मैंने खाई मिस्सी रोटी : अमरिंदर

गंभीर चर्चा की मीडिया अटकलों को खारिज करते हुए, मुख्यमंत्री ने चुटकीले अंदाज में कहा कि इस बैठक में पंजाब या भारत या फिर दुनिया के लिए कोई भी योजना नहीं बनाई गई.

Updated on: 27 Nov 2020, 08:07 AM

चंडीगढ़:

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपने पूर्व कैबिनेट सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू से 'राजनीतिक मतभेद' के एक साल बाद हुई मुलाकात के बाद कहा कि उनके पूर्व सहयोगी ने उबली सब्जियां खाईं और उन्होंने खुद दोपहर का भोजन किया. मुख्यमंत्री ने सिद्धू के लिए एक बड़े भोज की मेजबानी करने संबंधी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की ओर से की गई टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके पूर्व कैबिनेट सहयोगी ने महज उबली हुई सब्जी खाई, जबकि उन्होंने खुद दोपहर के भोजन में दही के साथ मिस्सी रोटी खाई थी. इसके साथ ही उन्होंने शिरोमणि अकाली दल पर भी कटाक्ष किया.

उन्होंने कहा, 'क्या यह अकालियों को एक प्रीतिभोज (बैंक्वेट) जैसा दिखता है?' अमरिंदर सिंह ने उम्मीद जताई कि वह और सिद्धू कल (बुधवार) की तरह ही सौहार्दपूर्ण बैठकें जारी रखेंगे. सिंह ने कहा कि उन्होंने बैठक के दौरान अन्य चीजों के अलावा क्रिकेट के बारे में बातचीत की. अमरिंदर सिंह ने कहा कि एक घंटे की लंच मीटिंग के दौरान दोनों अच्छे मूड में थे. उन्होंने कहा, 'मैं बैठक से संतुष्ट और खुश हूं और इसलिए सिद्धू भी होंगे.' दोनों के बीच गंभीर चर्चा की मीडिया अटकलों को खारिज करते हुए, मुख्यमंत्री ने चुटकीले अंदाज में कहा कि इस बैठक में पंजाब या भारत या फिर दुनिया के लिए कोई भी योजना नहीं बनाई गई.

अमरिंदर सिंह ने कहा, 'हमने कुछ सरल बातचीत की, जिसके दौरान सिद्धू ने अपने क्रिकेट के कई अनुभव साझा किए.' पिछले साल जुलाई में राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद से सिद्धू कम झूठ बोल रहे थे. बता दें कि बुधवार को मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने ट्वीट किया था कि दोनों नेताओं ने अमरिंदर सिंह के आवास पर करीब एक घंटा साथ बिताया और विभिन्न मामलों पर विचार साझा किए.

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू ने मध्याह्न् भोजन पर सौहार्दपूर्ण मुलाकात की, जिसमें पंजाब और राष्ट्रीय हितों के अहम राजनीतिक मामलों पर चर्चा की गई. दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक साथ बिताए समय के दौरान अहम मामलों पर विचार साझा किए.' पंजाब कांग्रेस के इन दोनों दिग्गज नेताओं की इस मुलाकात के बाद इस ये चचार्एं शुरू हो गई थीं कि क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू को राज्य की कैबिनेट में फिर से स्थान मिल सकता है.