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Covid-19: अमरिंदर और हरमिसरत के बीच छिड़ी केंद्रीय सहायता को लेकर जवाबी जंग, जानें किसने क्या कहा

केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने शनिवार को दावा किया कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए पंजाब को धनराशि और खाद्यान्न देकर मदद की.

Updated on: 18 Apr 2020, 11:32 PM

चंडीगढ़:

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा केंद्र से विशेष पैकेज और जीएसटी बकाया जारी करने की मांग करने के कुछ दिनों बाद, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने शनिवार को दावा किया कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए पंजाब को धनराशि और खाद्यान्न देकर मदद की. बठिंडा सांसद ने विभिन्न ट्वीट कर केंद्र सरकार द्वारा पंजाब सरकार को भेजे गए धन का विवरण साझा करते हुए सिंह से पूछा कि जरूरतमंदों को कोई राहत क्यों नहीं मिल पा रही है. उन्होंने लिखा,केंद्र सरकार ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए पंजाब को राशि और खाद्यान्न देकर मदद की.

मैं कैप्टन अमरिंदर सिंह को पूरा विवरण भेज रही हूं. लोग जानना चाहते हैं कि केंद्र से मिली वस्तुएं कहां गईं. उन्हें कोई राहत क्यों नहीं दी जा रही. बेहतर होगा कि इसका मुद्दा बनाने से पहले आप पहले लोगों में राहत सामग्री बांट दें. उन्होंने लिखा, कोविड-19 के फैलने यानी 20 मार्च के बाद जीएसटी क्षतिपूर्ति और बकाया के आधार पर 2,366 करोड़ रुपये सहित राज्य को 3,445 करोड़ रुपये का पैकेज, आरडीजी के रूप में 638 करोड़ रुपये, आपदा प्रबंधन के लिए 247 करोड़ रुपये, मनरेगा के लिए 72 करोड़ रुपये और एनएचएम के तहत 72 करोड़ रुपये दिए गए.

केंद्रीय मंत्री पर जवाबी हमला करते हुए सिंह ने उनपर लोगों को गलत जानकारी देकर गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने हरिसमरत के ट्वीट के जवाब में कहा, आपकी जानकारी पूरी तरह से गलत है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने राज्य सरकार को गेहूं और दालें भी भेजी हैं. हरसिमरत ने एक और ट्वीट में कहा, इतना ही नहीं मुख्यमंत्री साहब!केंद्र ने राज्य की लगभग आधी आबादी यानी 1.4 करोड़ लोगों के लिए 15 किलो गेहूं और तीन किलो दाल भेजी थी. यह अनाज अभी तक पंजाब के गोदामों में पड़ा हुआ है. किसी भी परिवार को पास अब तक यह अनाज नहीं पहुंचा है.

आपको नहीं लगता कि इन राहत कार्यों को प्राथमिकता देते हुए सबसे पहले आपको जरुरतमंदों तक इन सामग्रियों को पहंचाना चाहिए? हालंकि मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को केंद्र सरकार से कोविड-19 से निपटने के लिए बिल्कुल पैसा नहीं मिला है. सिंह ने हरसिमरत को उनके तथ्यों की सही ढंग से जांच करने की नसीहत देते हुए कहा कि अपने पद का इस्तेमाल राज्य के भले के लिए करने के बजाय वह ‘‘पूरी तरह से झूठ पर अधारित क्षुद्र में उलझ’’ रही हैं. उन्होंने संकट के समय राज्य सरकार के प्रयासों को झुठलाने की कोशिश करने के आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री से कहा, यदि आप पंजाब और इसके लोगों के लिए लड़ नहीं सकती तो वहां बैठकर क्या कर रही हैं?

राज्य के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी गई निधियों के हरसिमरत के दावे पर जवाब देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने जीएसटी मद में जिस 2,366 करोड़ रुपये का जिक्र किया है वह जीएसटी के बकाये को लेकर पंजाब का धन था. उन्होंने कहा, राज्य का 4,400 करोड़ रुपये अभी भी सरकार के पास लंबित पड़ा हुआ है. सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा, आप केंद्र से अपने लंबित बकाए जारी नहीं करवा पायीं. कम से कम कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए हमें राज्य के लिए राहत राशि लेने दें.