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निकाय चुनाव के 2,252 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज, मतगणना जारी

एक तरफ जहां यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों पर जनमत होगा, वहीं सूबे के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए विधानसभा चुनाव के सेमी फाइनल.

Updated on: 17 Feb 2021, 10:44 AM

highlights

  • निकाय चुनाव के 2,252 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज
  • BJP के लिए कृषि कानूनों पर जनमत सरीखा होगा परिणाम
  • अमरिंदर सिंह के लिए विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल

चंडीगढ़:

पंजाब में 116 शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के 2,252 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज बुधवार को हो जाएगा. कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू हो चुकी है. चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी. बूथ कैप्चरिंग और झड़प के आरोपों के बीच राज्य में 14 फरवरी को 39,15,280 मतदाताओं के मत डालने के साथ 71.39 प्रतिशत मतदान हुआ था. मोहाली में अनियमितताओं की रिपोर्ट के कारण दो बूथों में रिपोलिंग के बाद नगर निगम के लिए मतगणना गुरुवार को होगी. शहरी स्थानीय निकायों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, विपक्षी आम आदमी पार्टी (आप) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच है. एक तरफ जहां यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों पर जनमत होगा, वहीं सूबे के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए विधानसभा चुनाव के सेमी फाइनल.

बीजेपी की निगाहें परिणामों के संदेश पर
विवादित केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर किसानों के विरोध का सामना कर रही भाजपा भी मैदान में है. यह अकालियों के बिना दो दशकों में पहली बार चुनाव लड़ रहा है, जो कि एनडीए के सबसे पुराने सहयोगी हैं, जिन्होंने कृषि कानूनों को लेकर पार्टी से किनारा कर लिया. कस्बों और शहरों के स्थानीय मुद्दे भी चुनाव प्रचार के दौरान हावी रहे थे. सात नगर निगमों अबोहर, बठिंडा, बटाला, कपूरथला, होशियारपुर, पठानकोट और मोगा और 109 नगरपालिका परिषदों और नगर पंचायतों के लिए मतगणना शुरू हुई. 2,302 वार्डों के लिए कुल 9,222 उम्मीदवार मैदान में थे. सरकार के आदेश के अनुसार शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है. निकाय चुनाव के लिए कुल 39 लाख 15 हजार 280 रजिस्टर्ड मतदाता हैं. जिनमें से 20 लाख 49 हजार 777 पुरुष और 18 लाख 65 हजार 354 महिलाएं हैं. ॉ

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अमरिंदर सिंह के लिए समीफाइनल
राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले ये चुनाव अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के लिए एक 'सेमीफाइनल' हैं, जो कृषि कानूनों के खिलाफ लोगों की नाराजगी को अपनी भुनाने की कोशिश में है. मतगणना की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने चुनाव में धांधली के आरोप पर भाजपा और आप पर निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने कहा, 'इन चुनावों में यह उनकी घबराहट की प्रतिक्रिया है.' अमरिंदर सिंह ने कहा कि इन सभी दलों ने पंजाब को बर्बाद करने के लिए एक साथ काम किया है. काला कृषि कानून इसमें नवीनतम है.