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हिन्दू होने के कारण कांग्रेस ने सुनील जाखड़ को CM की रेस के बाहर किया: राघव चड्ढा

आम आदमी पार्टी(आप) पंजाब के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने पंजाब कांग्रेस के नेता सुनील जाखड़ के मुख्यमंत्री वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से समाज को जाति-धर्म के आधार पर बांटने की राजनीति करती आई है

Updated on: 03 Feb 2022, 11:29 PM

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी(आप) पंजाब के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने पंजाब कांग्रेस के नेता सुनील जाखड़ के मुख्यमंत्री वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से समाज को जाति-धर्म के आधार पर बांटने की राजनीति करती आई है. पंजाब की राजनीति को भी कांग्रेस धार्मिक रंग देकर लोगों को जाति-धर्म के आधर पर बांटने की साजिश रच रही है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ हैं. सिर्फ हिन्दू होने के कारण कांग्रेस ने 42 विधायकों के समर्थन वाले जाखड़ को पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं बनाया.

वीरवार को पार्टी मुख्यालय में मिडिया को संबोधित करते हुए चड्ढा ने सुनील जाखड़ के बयान का हवाला देते हुए कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद हुए विधायक दल की बैठक में जाखड़ के नाम पर 42 विधायकों ने सहमति जताई, सुखजिंदर सिंह रंधावा को 16, परनीत कौर को 12, नवजोत सिद्धू को 6 और मुख्यमंत्री चन्नी को मात्र दो विधायकों का समर्थन था, लेकिन बेहद शर्मनाक है कि कांग्रेस ने सुनील  जाखड़ को मुख्यमंत्री की दौड़ से यह बोलकर बाहर किया कि वह एक हिंदू है। जबकि मात्र दो विधायकों के समर्थन वाले चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस नेतृत्व ने जाति धर्म के आधार पर पंजाब को बांटने के लिए मुख्यमंत्री बनाया.

चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पंजाब में नफरत के बीज बोकर लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है. लेकिन पंजाब गुरुओं की धरती है। इसलिए पंजाब कभी भी जाति और धर्म के नाम पर नहीं बंटने वाला है। आपसी भाईचारा और प्यार पंजाब के लोगों की खूबसूरती है। पंजाब के लोग मजहब और जाति देखकर किसी को नहीं अपनाते. यहां के लोग अमन-शांति और भाईचारा पसंद लोग हैं.

चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ हिन्दू वोट के लिए सुनील जाखड़ के नाम का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि जब सुनील जाखड़ मुख्यमंत्री पद की रेस में हैं ही नहीं तो कांग्रेस पूरे पंजाब में लगाए अपने होर्डिंग्स में नवजोत सिंह सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी के साथ सुनील जाखड़ की फोटो क्यों लगाई है? उन्होंने दूसरा सवाल करते हुए कहा कि  कांग्रेस पंजाब के मुख्यमंत्री चेहरे पर लोगो की राय जानने के लिए फोन कर भी सिर्फ दो ही ऑप्शन दे रही है. एक नवजोत सिंह सिद्धू और दूसरा चरणजीत सिंह चन्नी. उसमे सुनील जाखड़ को क्यों हटा दिया गया? तीसरा, जब 42 विधायकों ने सबसे ज्यादा वोट सुनील जाखड़ को दिए तो कांग्रेस ने क्यों सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री नहीं बनाया. उन्होंने चौथा सवाल किया कि जब जाखड़ ने कोई रेत माफिया, नशा माफिया और भ्रष्टाचार नहीं किया और न ही उनपर कोई ऐसा आरोप है तो क्यों कांग्रेस पार्टी सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री पद की रेस में क्यों बाहर किया?