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सिद्धू को मनाने में जुटी कांग्रेस, हाईकमान ने कहा राज्य स्तर पर निपटाएं मामला

सिद्धू के इस्तीफे और कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने पर भाजपा ने तल्ख टिप्पणी की है.

Updated on: 28 Sep 2021, 09:06 PM

चंडीगढ़:

पूर्व क्रिकेटर एवं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू का पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद का इस्तीफा पार्टी ने स्वीकार नहीं किया है. कांग्रेस सूत्रों से मिली खबर  के मुताबिक शीर्ष नेतृत्व ने पहले राज्य स्तर पर इस मुद्दे को निपटाने के लिए कहा है. सिद्धू के समर्थन में पंजाब कांग्रेस और सरकार में इस्तीफा का सिलसिला शुरू हो गया है. सूचना के मुताबिक अभी तक तक पंजाब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल, चन्नी सरकार में मंत्री रजिया सुल्ताना और पंजाब कांग्रेस के महासचिव योगिंदर ढींगरा ने इस्तीफा दे दिया है.

इससे पहले पंजाब में एक बार फिर राजनीतिक घटनाक्रम उस समय तेज हो गया जब नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया. सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में सिद्धू ने लिखा कि वह पंजाब के भविष्य के साथ समझौता नहीं करना चाहते.

हालांकि सिद्धू ने इस्तीफे की असल वजहों को पत्र में तो नहीं लिखा है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ उनकी बन नहीं रही थी और उनके कुछ फैसलों से भी सिद्धू खुश नहीं थे. सोनिया को भेजे इस्तीफे में नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा, 'समझौता करने से इंसान का चरित्र खत्म होता है. मैं पंजाब के भविष्य से समझौता नहीं कर सकता. इसलिए मैं प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देता हूं और आगे कांग्रेस के लिए काम करता रहूंगा.

सिद्धू को मनाने में कांग्रेस लगी है. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी नवजोत सिंह सिद्धू से मिलने पटियाला जा रहे हैं. कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर चन्नी सिद्धू से बात करने पटियाला जा रहे हैं. इससे पहले सिद्धू के इस्तीफे को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम चन्नी ने कहा था, 'मुझे सिद्धू के इस्तीफे की कोई जानकारी नहीं है. सिद्धू नाराज हैं तो उनसे मिलकर बात करेंगे. सिद्धू के बात करूंगा, सब ठीक हो जाएगा. मुझे सिद्धू पर पूरा भरोसा है.'वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री  कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के समर्थन में हो रहे इस्तीफे को ड्रामा करार दिया है. सिद्धू किसी दूसरे पार्टी से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब के हालात पर पूरी नजर है. जल्द बड़ा फैसला लूंगा. 

सिद्धू के इस्तीफे और कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने पर भाजपा ने तल्ख टिप्पणी की है. भाजपा राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि, "आज एक 30 वर्ष से अधिक वर्ष का छात्र (कन्हैया ) 50 से अधिक के युवा (राहुल) के साथ, मिले. दो भटके नौजवान कांग्रेस में आये और एक जवान (सिद्धू) कांग्रेस में आकर भटक गया.