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कांग्रेस बेअदबी, कोटकपुरा गोलीकांड जैसे मामलों में इंसाफ नहीं देना चाहती: हरपाल सिंह चीमा

मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की अंदरूनी लड़ाई के कारण पंजाब सरकार द्वारा एडवोकेट जनरल नियुक्त नहीं किया जा रहा, जिस कारण सर्वोच्च न्यायालय समेत पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय और प्रदेश की अदालतों में विचा

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Mohit Sharma
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Harpal Singh Cheema

Harpal Singh Cheema ( Photo Credit : News Nation)

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आम आदमी पार्टी ( AAP ) पंजाब के वरिष्ठ एवं नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, कोटकपुरा गोलीकांड और नशे जैसे मामलों पर पंजाबियों को इंसाफ नहीं देना चाहती, क्योंकि सरकार इन मामलों का केवल चुनावी मुद्दों की तरह इस्तेमाल कर रही है. इसलिए कांग्रेस सरकार पंजाब के एडवोकेट जनरल (एजी) की नियुक्ति करने से पल्ला झाड़ रही है. उन्होंने कहा कि पंजाब के बाशिंदों को इंसाफ देने के लिए जल्द से जल्द पंजाब हितैषी, ईमानदार और वरिष्ठ वकील को एडवोकेट जनरल (एजी) नियुक्त किया जाए.

पार्टी मुख्यालय से सोमवार को जारी बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और चन्नी सरकार के बीच चल रही आपसी खींचतान जगजाहिर है. मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की अंदरूनी लड़ाई के कारण पंजाब सरकार द्वारा एडवोकेट जनरल नियुक्त नहीं किया जा रहा, जिस कारण सर्वोच्च न्यायालय समेत पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय और प्रदेश की अदालतों में विचाराधीन पंजाब सरकार के केसों की कोई पैरवी नहीं हो रही. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार पंजाब के बाशिंदों के साथ दावे और वादे कर रही है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, कोटकपुरा गोलीकांड और नशे के मामलों में पंजाब के लोगों को इंसाफ दिया जाएगा लेकिन असलियत यह है कि जब पंजाब सरकार के पास एडवोकेट जनरल ही नहीं है तो अदालतों में जाकर केसों की पैरवी कौन करेगा? एजी के बिना अदालती केस किस प्रकार जीते जाएंगे? 

पंजाब के लोगों को इंसाफ कैसे मिलेगा?

आप नेता ने कहा कि कांग्रेसियों की आपसी खींचतान से पंजाब के हितों का भारी नुकसान हो रहा है और कांग्रेस सरकार बेअदबी, कोटकपुरा गोलीकांड और नशे के मामलों पर पंजाब के लोगों को गुमराह कर रही है. यदि कांग्रेस की मंशा इंसाफ देने की होती तो पौने पांच वर्षों के राज के दौरान बेअदबी के आरोपियों और साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर लोगों के सामने पेश किया जाता. चीमा ने कहा कि नशे के मामलों में उच्च पुलिस अधिकारियों द्वारा पेश की गई जांच रिपोर्ट में नशे के सरगना का नाम उजागर किया गया है लेकिन कांग्रेस सरकार बहानेबाजी करके नशे के सरगना को गिरफ्तार नहीं कर रही, क्योंकि कांग्रेसी नेताओं की अंदरूनी संबंध भी नशे के सौदागरों से जुड़ते हैं.

चन्नी सरकार को चुनौती देते हुए हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि यदि सरकार सचमुच पंजाब के लोगों को बेअदबी, कोटकपुरा गोलीकांड और नशे समेत अन्य मामलों में इंसाफ देना चाहती है तो किसी पंजाब हितैषी, ईमानदार और वरिष्ठ वकील को तुरंत एडवोकेट जनरल (एजी) पंजाब के पद पर नियुक्त किया जाए ,ताकि पंजाब के लोगों को चन्नी सरकार की कारगुजारी का पता चल सके.

Source : News Nation Bureau

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