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कैप्टन Vs केजरीवाल: वो प्रेस कॉन्फ्रेंस करे, हम भोजन की व्यवस्था कर देंगे

पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है. जहां आप आदमी पार्टी कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार पर लगातार हमलावर है और आरोप-आरोप लगा रही है.

Updated on: 28 Jun 2021, 04:30 PM

highlights

  • पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है
  • आम आदमी पार्टी और कांग्रेस नेताओं में जुबानी जंग तेज हो गई है
  • पंजाब में इस वक्त कैप्टन बनाम केजरीवाल चल रहा है!

नई दिल्ली:

पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है. जहां आप आदमी पार्टी कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार पर लगातार हमलावर है और आरोप-आरोप लगा रही है. वहीं, कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस भी आप के आरोपों का जवाब देने में पीछे नहीं चुक रही है. दरअसल, आम आदमी पार्टी ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यालय ने मंगलवार को दोपहर 1 बजे पंजाब भवन में होने वाली अरविंद केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस की अनुमति देने से इनकार कर दिया.

आम आदमी पार्टी का कहना है, कप्तान कितनी भी कोशिश कर लें, हम प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. वहीं, इन आरोपों पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह बिलकुल सच नहीं है. हमने कुछ दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल को यहां एक रैली को संबोधित करने दिया था तो अब हम उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से क्यों रोकें. अगर वह चाहते हैं तो मुझे उनके दोपहर के भोजन की व्यवस्था करने में भी खुशी होगी. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि झूठ का मतलब हो तो भी आप नाटक करना चाहती है. 

दरअसल, पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के सामने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और अकाली दल की मुख्य चुनौती रहेगी. पिछले चुनावों में आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी बनकर सामने आई थी. केजरीवाल का भी पूरा जोर पंजाब फतह करने के मिशन पर लगा हुआ है. वह हाल ही में अमृतसर के दौरे पर भी गए थे. आम आदमी पार्टी में शामिल हुए पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप के घर के बाहर अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस से झड़प भी हो गई. वहीं चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के नेताओं के इशारे पर पोस्टर और बैनर फाड़े जाने का आरोप लगाया.

वहीं सोमवार को अमृतसर के माल रोड स्थित आम आदमी पार्टी के नेता कुंवर विजय प्रताप के घर के बाहर अकाली नेता धरना देने पहुंचे. इस दौरान पुलिस के साथ नेताओं की धक्का मुक्की हो गई. रविवार को शिअद के पूर्व विधायक विरसा सिंह वल्टोहा ने कुंवर विजय प्रताप पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि ड्रग मामले में गिरफ्तार राजीव भगत के कुंवर विजय प्रताप सिंह के साथ तार जुड़े हुए हैं. अगर इन दोनों की कॉल डिटेल निकलवाई जाए तो सच्चाई सामने आ सकती है.