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पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी ही बनेंगे कांग्रेस के CM उम्मीदवार ! सर्वेक्षण में भी सबसे आगे 

पार्टी ने 2012 और 2017 के चुनावों से पहले अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री पद को लेकर वरिष्ठ नेता और मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा, चन्नी ने केवल तीन महीनों में खुद को भूमिका में साबित कर दिया है. 

Updated on: 22 Jan 2022, 02:40 PM

highlights

  • पंजाब में सीएम उम्मीदवार को लेकर बहस अभी भी जारी
  • कई वरिष्ठ नेताओं ने चन्नी को ही सीएम पद का उम्मीदवार बताया
  • पंजाब के 117 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 फरवरी को है चुनाव 

चंडीगढ़:

Punjab Election 2022 : पंजाब में सीएम उम्मीदवार को लेकर बहस जारी है. वरिष्ठ नेताओं की मानें तो मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के पक्ष में हवा बनती दिख रही है. फिलहाल पंजाब कांग्रेस के भीतर अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की जरूरत को लेकर जोर-शोर से उठापटक चल रही है. इस बीच कई वरिष्ठ नेताओं ने अनुसूचित जाति समुदाय के राज्य के पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के समर्थन में अपना पक्ष रखा है. हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने अब तक यह कहा है कि पार्टी 117 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 फरवरी का चुनाव सामूहिक नेतृत्व के तहत लड़ेगी. पार्टी के राज्य इकाई के कई नेता मांग कर रहे हैं कि इस मुद्दे के आसपास की हवा को जल्द से जल्द स्पष्ट कर लिया जाए.

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कैबिनेट मंत्री ने कहा, चन्नी ने केवल तीन महीनों में खुद को साबित किया

पार्टी ने 2012 और 2017 के चुनावों से पहले अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री पद को लेकर वरिष्ठ नेता और मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने कहा, चन्नी ने केवल तीन महीनों में खुद को भूमिका में साबित कर दिया है. पार्टी में सीएम उम्मीदवार की घोषणा को लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए, जब पहले से ही सभी की उम्मीदों से हटकर खुद को साबित करने वाला कोई हो. अमरिंदर सिंह को कांग्रेस द्वारा पद से इस्तीफा देने के लिए कहे जाने के बाद चन्नी पिछले साल मुख्यमंत्री बने थे. आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा सांसद और राज्य इकाई के प्रमुख भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस के भीतर सीएम उम्मीदवार घोषित किए जाने को आवाज उठनी लगी है. वहीं शिरोमणि अकाली दल (शिअद), जो कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी रही है, ने औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री पद के लिए फिलहाल उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल एक संभावित विकल्प हैं. 

अधिकांश नेता चन्नी के पक्ष में

मोहिंद्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की जरूरत कांग्रेस के लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि आप ने भगवंत मान को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि शिअद इस पद के लिए सुखबीर बादल को पेश कर रही है. मोहिंद्रा के कैबिनेट सहयोगी राणा गुरजीत सिंह ने भी चन्नी के पीछे अपना वजन डालते हुए कहा है कि पार्टी के सत्ता में वापस आने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में उनके बने रहने पर सवालिया निशान लगाना आत्मघाती साबित हो सकता है. राणा गुरजीत सिंह ने कहा, चन्नी ने केवल तीन महीनों में बहुत ही अच्छा काम किया है. कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और शाहकोट के विधायक हरदेव सिंह लड्डी शेरोवालिया भी चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के विचार का समर्थन कर रहे हैं. हालांकि, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, जो इस सप्ताह चंडीगढ़ में थे, ने इस मुद्दे पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, सिद्धू जी पंजाब कांग्रेस के सरदार हैं (नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस प्रमुख हैं), चन्नी जी सरकार के सरदार हैं (चन्नी मुख्यमंत्री हैं) और हम सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. 


सर्वेक्षण में चन्नी सबसे पसंदीदा

पंजाब में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होना चाहिए? इस प्रश्न को लेकर ट्विटर पर एक सर्वेक्षण किया गया था. इस सर्वेक्षण को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सहयोगी निखिल अल्वा ने ट्विटर पर पोस्ट किया था. जहां चन्नी के पक्ष में कुल 1,283 लोगों में से अधिकतम 68.7 प्रतिशत लोग चन्नी को पसंद कर रहे हैं. हालांकि यह एक पार्टी सर्वेक्षण नहीं हो सकता है, लेकिन इससे यह भी पता चला है कि 11.5 प्रतिशत मतदाताओं ने सिद्धू के लिए और 9.3 प्रतिशत ने सुनील जाखड़ के पक्ष में मतदान किया, जबकि 10.4 प्रतिशत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की कोई  जरूरत नहीं है.