Chandigarh: मौसम के बदले मिजाज ने सबकी हालत खराब कर दी है. देश में गर्मी का हाल ये है कि लोगो के साथ साथ जानवर भी गर्मी के इस कहर का शिकार बन रहे है जिसको देखते हुए चंडीगढ़ के पास स्थित छत्तबीड़ चिडि़याघर प्रशासन ने गर्मी के इस प्रकोप से जानवरों को बचाने के लिए ख़ास तरह के इंतजाम किये है. छत्तबीड़ चिडि़याघर प्रशासन की ओर से शेर, बाघ व चीते जैसे जानवरों के लिए कूलर और बडे़ पंखों का इंतजाम किया है ताकि उन्हें गर्मी से बचाया जा सके.
जानवर भी गर्मी का शिकार हो रहे
गर्मी का आलम ये है कि इंसान के साथ साथ जानवर भी इसका शिकार हो रहे है. पारा अब 44℃ पार कर चूका है। इतना ही नही अगले कुछ दिनों मे इसका असर ओर भयंकर होने वाला है. जिसको देखते हुए छत्तबीड़ चिडि़याघर प्रशासन ने जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए खास इतजाम किए है. वैसे तो जंगली जानवर सर्दी-गर्मी में अपने आप को ढाल लेते है लेकिन चिड़ियाघर में रहने वाले जानवरों को खास इतजामों की जरूरत होती है.
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इस बार गर्मियों में चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से शेर, बाघ व चीते जैसे जानवरों के लिए कूलर और पंखों का इंतजाम किया गया है. चिडि़याघर के रेंज अफसर हरपाल सिंह ने बताया कि गर्मी के दिनों मे चिडि़याघर के जानवरो को गर्मी से बचाने के लिए ख़ास इंतजाम किये जाते है ताकि उन्हें गर्मी के प्रकोप से बचाया जा सके. गर्मी से निजात पाने के लिए इंसान तो अपने तरीके से छुटकारा पा लेता है, लेकिन बेजुबान के लिए थोड़ा मुश्किल होता है.
छतबीड़ चिड़ियाघर में जानवरों के लिए विशेष इंतजाम
खासतौर पर जब यह किसी घेरे में रहते हैं, लेकिन इस बार छतबीड़ चिड़ियाघर में जानवरों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि उन्हें चिलचिलाती गर्मी से निजात दिलाई जा सके. छत्तबीड़ चिडि़याघर मे हिमाचल के कुफरी से लाये गये भालू के लिए तो स्पेशल बर्फ मंगवाई जा रही है, क्योंकि चंडीगढ़ और कुफरी के मौसम में काफी अंतर है. इसके इलावा हिरन और दूसरे घास चरने वाले जानवरों के लिए उनके बाड़ों के ऊपर घास-फूस और पत्ते डाले गए है, ताकि इनकी छतें गर्मी में गर्म न हो ओर साथ ही खाने के लिए ठंडी चीजें दी जा रही हैं.
छतबीड़ जू प्रशासन द्वारा जानवरो को बचाने के लिए उठाये गए कदमो से जू घूमने आये भी काफी खुश है क्योंकि इतनी गर्मी में उन्हें जानवर अपने पिंजरों में नहीं बल्कि बाडो में ही दिखाई दे रहे है। जिन्हे देखकर उनको लगने वाली गर्मी खुद ब खुद दूर हो जाती है। बहरहाल छत्तबीड़ चिडि़याघर प्रशासन के इन प्रयासों से जानवरो पर पड़ने वाले गर्मी के प्रकोप को तो कम किया जा सकेगा लेकिन आने वाले दिनों मे जब गर्मी अपने पूरे रंग मे होगी तब क्या होगा.
Source : News Nation Bureau