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कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री,पंजाब( Photo Credit : TWITTER HANDLE)
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कांग्रेस के साथ पर्दे के पीछे वार्ता की खबरें गलत हैं. मेलजोल का समय समाप्त हो गया है. मैं सोनिया गांधी जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं, लेकिन अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा.
कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री,पंजाब( Photo Credit : TWITTER HANDLE)
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस में वापस जाने और पर्दे के पीछे कांग्रेस हाईकमान से बातचीत चलने की अटकलों को खारिज कर दिया है. उन्होंने का कहा कि अब कांग्रेस से मेल-जोल का वक्त समाप्त हो गया है. मैं जल्द ही अपनी पार्टी का गठन करूंगा. अमरिंदर सिंह ट्वीट कर कहा कि "कांग्रेस के साथ पर्दे के पीछे वार्ता की खबरें गलत हैं. मेलजोल का समय समाप्त हो गया है. मैं सोनिया गांधी जी का उनके समर्थन के लिए आभारी हूं, लेकिन अब कांग्रेस में नहीं रहूंगा." कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बयान देकर कांग्रेस में जाने की संभावना या किसी तरह की बातचीत को सिरे से खारिज कर दिया है.
I will soon launch my own party and will hold talks for seat sharing with BJP, breakaway Akali factions & others for Punjab elections once farmers' issue is resolved. I want to build strong collective force in interest of Punjab & its farmers: Captain Amarinder Singh https://t.co/0slRbjQlwT
— ANI (@ANI) October 30, 2021
अमरिंदर सिंह कांग्रेस में जाने की बजाय नई पार्टी बनाकर पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार अमरिंदर सिंह कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं, शिरोमणी अकाली दल से अलग हुए अकाली गुटों को साथ लेकर जल्द ही पार्टी का गठन करेंगे. और भाजपा से गठबंधन के लिए बातचीत करेंगे. कैफ्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा कि-" मैं जल्द ही अपनी पार्टी शुरू करूंगा और किसानों का मुद्दा सुलझने के बाद पंजाब चुनाव के लिए बीजेपी, अलग हुए अकाली गुटों और अन्य के साथ सीटों के बंटवारे के लिए बातचीत करूंगा. मैं पंजाब और उसके किसानों के हित में मजबूत सामूहिक ताकत बनाना चाहता हूं."
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पंजाब कृषि प्रधान राज्य है. खेती-किसानी का मुद्दा हमेशा वहां की राजनीति के केंद्र बिंदु में रहता है. इस समय दिल्ली में तीन कृषि कानूनों के विरोध में लंबे समय से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों में पंजाब के किसानों की संख्या अधिक है. कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस से अलग होने के बाद से ही किसानों का मुद्दा उठा रहे हैं. कांग्रेस और पंजाब कांग्रेस के नेता भी किसानों और कृषि कानूनों का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं. ऐसे में कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस से किसानों का मुद्दा छीनना चाहते हैं.
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