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अमृतसर में हादसे वाली जगह पर रेल ट्रैक खाली कराने पहुंचे पुलिसवालों पर पत्थर से हमला

दशहरे के दिन रावण दहन देख रहे 50 से ज्यादा लोगों को एक ट्रेन के कुचल देने के बाद लोग वहीं ट्रैक पर धरने पर बैठ गए।

Updated on: 21 Oct 2018, 02:17 PM

नई दिल्ली:

अमृतसर में विजयादशमी के दिन हुए रेल हादसे के बाद स्थानीय लोगों में पंजाब सरकार के लिए आक्रोश बढ़ता जा रहा है। दशहरे के दिन रावण दहन देख रहे 50 से ज्यादा लोगों को एक ट्रेन के कुचल देने के बाद लोग वहीं ट्रैक पर धरने पर बैठ गए। आज जब पुलिस ट्रैक को खाली कराने पहुंची तो गुस्साए लोगो ने पुलिसवालों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों के पत्थर फेंकने से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल बुलाकर लोगों को रेल ट्रैक से खदेड़ दिया।

देखिए कैसे पुलिसवालों पर प्रदर्शनकारियों ने की पत्थरबाजी

जिस ट्रैक पर हादसा हुआ था अब उस पर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। वहीं घटना को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने अमृतसर के स्थानीय प्रशासन और पुलिस कमिश्नर को मारे गए लोगों के परिजनों के आर्थिक और सामाजिक हालात का पता लगाने का आदेश दिया है ताकि उनकी जरूरी मदद की जा सके।

गौरतलब है कि 59 लोगों के परिवारों के प्रति पंजाब सरकार और रेलवे की उदासीनता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए यातायात बाधित किया। एक मृतक की मां ने कहा, 'सरकार हमारे लिए चिंतित नहीं है, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है। सरकार को हमें नौकरियां देनी चाहिए क्योंकि हमारे परिवारों के मुखिया की घटना में मौत हो गई है।'

कब और कैसे हुआ था हादसा

गौरतलब है कि अमृतसर के धोबी घाट इलाके में जोड़ा फाटक के पास शुक्रवार शाम रावण दहन के दौरान हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर शनिवार को 59 हो गई है और 58 लोग अन्य घायल हैं. अभी तक 39 मृतकों की पहचान कर ली गई है.

ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह हादसा हुआ. मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे.अधिकारियों ने बताया कि रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. उन्होंने बताया कि उसी वक्त दो विपरीत दिशाओं से एक साथ दो ट्रेनें आईं और लोगों को बचने का बहुत कम समय मिला.

इस बीच पंजाब सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं. हादसे को लेकर शनिवार को मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया, जिसमें 59 लोगों के मारे जाने और 58 लोगों के घायल होने की जानकारी दी गई है.