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'अमरिंदर ने एपीएमसी के दायरे से परे निजी 'मंडियों' को अनुमति दी'

एपीएमसी के दायरे से परे निजी 'मंडियां' खोलने के निर्देश देने से मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का दोहरा चरित्र सामने आया है.

Updated on: 27 Dec 2020, 06:55 AM

चंडीगढ़:

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के दलजीत सिंह चीमा ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का दोहरा चरित्र एक बार फिर से उजागर हुआ है. शिअद ने सितंबर में राज्य की कोविड रिस्पांस रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि एपीएमसी के दायरे से परे निजी 'मंडियां' खोलने के निर्देश देने से मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का दोहरा चरित्र सामने आया है. चीमा ने मुख्यमंत्री से दोहरा खेल नहीं खेलने की हिदायत भी दी.

यहां एक बयान में पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि ऐसे समय में, जब पंजाबी कोविड-19 के संकट का मुकाबला कर रहे हैं, मुख्यमंत्री भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और कॉर्पोरेट क्षेत्र द्वारा तय किए गए एजेंडे के अनुसार काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोविद रिस्पांस रिपोर्ट कार्रवाई के लिए विभिन्न विभागों को भेज दी गई है और इसमें कृषि उपज विपणन समितियों (एपीएमसी) से परे कृषि मार्केटिंग खोलने की आवश्यकता के लिए एक खंड (सेक्शन) शामिल किया गया है.

चीमा ने कहा कि राज्य के किसानों के साथ कोई बड़ा धोखा नहीं किया जा सकता है. अकाली दल के नेता ने मुख्यमंत्री से सफाई मांगते हुए पूछा कि वह पंजाबियों को बताएं कि आखिर उन्होंने मुख्य सचिव को एपीएमसी के दायरे से बाहर 'मंडियों' को खोलने का निर्देश क्यों दिया. शिअद नेता ने कहा कि अमरिंदर सिंह पंजाब के किसानों के नियमित और निरंतर विश्वासघात के कारण पंजाब का नेतृत्व करने का अपना नैतिक अधिकार खो चुके हैं.