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हिरासत में लिए गए सुखबीर बादल, कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर के बैरिकेड्स तोङे गये

अकाली दल के प्रदर्शन में कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ती देखी गई. प्रदर्शन में इस कदर भीड़ है कि लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना शायद भूल गए है.

Updated on: 15 Jun 2021, 04:38 PM

highlights

  • विपक्ष कैप्टन सरकार पर स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह को बचाने का आरोप भी लगा रहा है
  • अकाली दल और बीएसपी के कार्यकर्ता कैप्टन के घर से कुछ दूरी पर प्रदर्शन कर रहे हैं

चंडीगढ़:

पंजाब में कोरोना वैक्सीन घोटाले के आरोप में मंगलवार को विपक्ष और बसपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में विपक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ सिसवान में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान सुखबीर सिंह बादल समेत अकाली दल और बसपा के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. दरअसल, अकाली दल और बीएसपी के कार्यकर्ता कैप्टन के घर से कुछ दूरी पर प्रदर्शन कर रहे हैं. अकाली दल कोविड वैक्सीन घोटाले की जांच और कैप्टन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह को हटाने की मांग कर रहा है.

शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सिसवान में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड्स तोड़ दिए.

कैप्टन सरकार के खिलाफ पिछले साढ़े चार साल में ये सबसे बड़ा प्रदर्शन है. अकाली दल ने कैप्टन सरकार पर कोरोना की वैक्सीन को प्राइवेट अस्पतालों को बेचकर मुनाफा बेचने का आरोप भी लगाया है. विपक्ष कैप्टन सरकार पर स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह को बचाने का आरोप भी लगा रहा है. विपक्ष सवाल पूछ रहा है कि जो वैक्सीन सरकारी अस्पतालों को देने के लिए खरीदी गयी वो प्राइवेट अस्पतालों तक कैसे पहुंची ? इससे पहले सुखबीर बादल ने कैप्टन सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अगर 15 जून तक स्वास्थ्य मंत्री को नहीं हटाया तो उनका फार्म हाउस घेरने पहुंचे. पंजाब में अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में सभी पार्टियां अपनी मौजूदगी दर्ज करवाना चाहती हैं. अकाली दल के प्रदर्शन में कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ती देखी गई. प्रदर्शन में इस कदर भीड़ है कि लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना शायद भूल गए है.

आपको बता दें कि हाल ही में पंजाब में कांग्रेस सरकार पर वैक्सीन घोटाले के आरोप लगे हैं. बीजेपी समेत बाकी विपक्षी दलों ने आरोप लगाए कि कांग्रेस सरकार 'वन टू का फॉर' पॉलिसी पर काम कर रही है. आरोप लगाए गए कि पंजाब सरकार ने केंद्र से मिली वैक्सीन को तय कीमत से ज्यादा पर निजी अस्पतालों को बेचा था, जिन्होंने और कीमत लेकर लोगों को वैक्सीन लगाईं. पंजाब सरकार पर वैक्सीन की कालाबाजारी के अलावा फतेह किट में भी घोटाले करने के आरोप लगे हैं.