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पंजाब में कांग्रेस नेताओं को नसीहत- अकेले में ज्यादा पर पब्लिक में करें कम बात

पंजाब में कांग्रेस के भीतर चल रहे संकट के बीच राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि उसके नेता "निजी तौर पर ज्यादा और सार्वजनिक रूप से कम बोलें.

Updated on: 02 Oct 2021, 11:00 AM

highlights

  • राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कही यह बात
  • कहा-अमरिंदर सिंह एक बेहद सम्मानित कांग्रेसी
  • श्रीनेत ने कहा-वह लंबे समय तक कांग्रेस के सिपाही रहे हैं

 

 

चंडीगढ़ :

पंजाब में कांग्रेस के भीतर चल रहे संकट के बीच राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि उसके नेता "निजी तौर पर ज्यादा और सार्वजनिक रूप से कम बोलें. अनुभवी नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पार्टी छोड़ने का फैसला करने के साथ उन्हें उम्मीद थी कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. श्रीनेत ने कहा कि अमरिंदर सिंह एक बेहद सम्मानित कांग्रेसी हैं. वह लंबे समय तक कांग्रेस के सिपाही रहे हैं, वह लगभग नौ साल और नौ महीने तक मुख्यमंत्री रहे हैं. उनका सम्मान किया जाता है. पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन की आवश्यकता थी, जो हमने किया.

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पत्रकारों से बात करते हुए श्रीनेत ने दावा किया कि कांग्रेस ने विधायकों के समर्थन से चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का पहला दलित मुख्यमंत्री बनाकर इतिहास" बनाया, और भाजपा को चुनौती दी, जिसकी 17 राज्यों में सरकारें हैं. मुझे उम्मीद है कि कैप्टन सिंह समझेंगे कि वह कांग्रेस के एक बहुत ही मूल्यवान वरिष्ठ सैनिक हैं और आगे भी रहेंगे उन्होंने कहा, हमारी पार्टी के भीतर जो होता है वह बहुत सार्वजनिक होता है. मुझे उम्मीद है कि हमारे नेता निजी तौर पर अधिक और सार्वजनिक रूप से कम बात करेंगे. पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल द्वारा कांग्रेस के कामकाज पर सवाल उठाने के सवाल पर प्रवक्ता ने उम्मीद जताई कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को सार्वजनिक मंच से नहीं किया गया था. सिब्बल एक बहुत ही मूल्यवान और समर्पित सहयोगी हैं. उन्होंने कुछ मुद्दों को उठाया है. मुझे उम्मीद है कि उन मुद्दों को सार्वजनिक मंचों से नहीं उठाया जाएगा. जबकि मैं उन मुद्दों को उठाने के उनके अधिकार की सराहना करता हूं.

उन्होंने कहा, सार्वजनिक रूप से विचार व्यक्त करने से उन कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी जो हर दिन और बाहर विचारधारा से जूझ रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस के लिए गैर-गांधी चेहरा चुनने का समय आ गया है, उन्होंने कहा कि यह पार्टी को तय करना है कि हमारा नेता कौन होगा और पार्टी को लगता है कि उनके नेता राहुल गांधी या सोनिया गांधी हैं. अगर कांग्रेस को लगता है कि हमारे नेता राहुल गांधी हैं, तो मुझे नहीं लगता कि हम अपने नेतृत्व पर लोगों से कोई सुझाव लेते हैं.

अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस की पंजाब इकाई में उथल-पुथल मची हुई है. नवजोत सिंह सिद्धू ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है. सिंह ने गुरुवार को यह स्पष्ट कर दिया था कि वह भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि कांग्रेस में बने रहने का उनका कोई इरादा नहीं है, जो उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है.