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AAP ने राज्यपाल के विधानसभा सत्र रद्द करने के फैसले के खिलाफ निकाला 'शांति मार्च'

आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्रियों और विधायकों ने गुरुवार को विश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बुलाए गए विशेष विधानसभा सत्र को रद्द करने के विरोध में विधानसभा से राज भवन तक 'शांति मार्च' निकाला.

Updated on: 22 Sep 2022, 09:19 PM

चंडीगढ़:

आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्रियों और विधायकों ने गुरुवार को विश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बुलाए गए विशेष विधानसभा सत्र को रद्द करने के विरोध में विधानसभा से राज भवन तक 'शांति मार्च' निकाला. आप विधायकों ने 'लोकतंत्र के हत्यारे, कांग्रेस-बीजेपी कर रही लोकतंत्र की हत्या, 'ऑपरेशन लोटस बंद करो' के बैनर हाथ में लेकर जमकर नारेबाजी की. विधायकों ने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस के साथ मिलकर आप सरकार को रोकने की कोशिश कर रही है. उन्होंने राज्यपाल द्वारा सत्र को रद्द करने के फैसले को लोकतंत्र का मजाक करार दिया और कहा कि केंद्र के इशारे पर राज्यपाल ने अपने फैसले को बदला है.

विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार के असाधारण कामकाज से कांग्रेस और शिअद-भाजपा समेत विपक्षी दल बौखला गए हैं और लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं, लेकिन उनके नापाक एजेंडा को आप के ईमानदार सिपाही कभी सफल नहीं होने देंगे.

उन्होंने कांग्रेस पर भाजपा की 'बी-टीम' होने और भगवा पार्टी के लिए काम करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता सीबीआई और ईडी की छापेमारी की धमकियों से घबराकर अपने पद को बचाने के लिए भाजपा की बोली बोल रहे हैं.

उन्होंने कहा कि आप सरकार राज्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए 27 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएगी. कानून के अनुसार मंत्रिपरिषद की सहमति के बिना अनुमति रद्द करने के राज्यपाल के मनमाने और अलोकतांत्रिक फैसले के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएगी.