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पंजाबः AAP सांसद भगवंत मान ने लोगों से कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील की

आप सांसद ने कहा कि कोरोना पीड़ितों को इलाज के लिए दी जाती ‘फतेह किट’ की पंजाब में बड़ी कमी पाई जा रही है, जिस में ऑक्सीमीटर, सैनेटाइजर और मूलभूत इलाज के लिए अपेक्षित समान दिया जाता है.

Updated on: 05 May 2021, 08:35 PM

highlights

  • भगवंत मान ने मुफ्त टीकाकरण की मांग की
  • कैप्टन सरकार कोरोना से लड़ने में फेल हुई
  • ‘फतेह किट’ की पंजाब में बड़ी कमी पाई जाती है

नई दिल्ली:

पंजाब से आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान (AAP MP Bhagwant Mann) ने पंजाब के लोगों से अपील करते कहा कि कोरोना से बचाव के लिए दवा का टीका जरुर लगवाएं. उन्होंने कहा कि भले ही पंजाब सरकार (Punjab Government) कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में सेहत सेवाओं का प्रबंध करने और लोगों की जान बचाने में फेल हुई है, परन्तु प्रदेश के लोगों को डॉक्टरों की ओर से दिए जाते निर्देशों की पालना जरुर करें. बुधवार को पार्टी के मुख्य दफ्तर से जारी एक बयान में भगवंत मान ने कहा कि कोरोना वायरस के साथ लड़ने के लिए टीका एक रामबाण है. इसलिए बिना किसी डर भय के डाक्टरों की सलाह के अनुसार हर व्यक्ति को यह टीका लगवाना चाहिए. 

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उन्होंने पंजाब और केंद्र सरकार को भी अपील करते कहा कि कोरोना बचाव के लिए जरूरी टीकाकरण मुफ्त किया जाए. कैप्टन सरकार की अलोचना करते भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में कोरोना पीड़ितों की मौत दर 2.4 प्रतिशत है, जो समूचे देश की औसतन मौत दर से बहुत ज्यादा है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार कोरोना महामारी की आगामी चेतावनी के बावजूद सेहत सहूलतों का उचित प्रबंध करने में फल हुई है. उन्होंने कहा कि पंजाब के बहुत से जिलों के अस्पतालों में गंभीर पीड़ितों के इलाज के लिए वेंटिलेटर व्यवस्था ही नहीं है. 

भगवंत मान ने कहा कि प्रदेश भर में जहां दवाएं और आक्सीजन की बड़ी कमी है. वहीं पंजाब के अस्पतालों में वेंटिलेटर चलाने वाले मुलाजिम ही नहीं हैं. प्रदेश में डाक्टरों, मेडिकल स्टाफ और नर्सों की भर्ती नहीं की गई है और न ही वेंटिलेटर प्रणाली की अस्पतालों में प्रबंध किए गए हैं. प्रदेश प्रधान ने कहा कि पंजाब में कोरोना से बचाव के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे टीकाकरण की गति बहुत धीमी है. कैप्टन सरकार ने केवल 30 लाख टीकों की मांग की है, जबकि पंजाब को 2.5 करोड़ टीकों की जरूरत है. टीकों की कमी के कारण इस की कालाबाजारी भी शुरू हो गई, निजी अस्पताल पंजाब में 1250 रुपए एक टीके के वसूल कर रहे हैं. 

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उन्होंने कहा कि पंजाब में मौत दर बहुत ज्यादा होने से पता चलता है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार महामारी के साथ लड़ने के अच्छे प्रबंध करने में फेल हुई है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि लोगों को कोरोना से बचाने के लिए राष्ट्रीय टीकाकरण मुहिम चलाई जाए. आप सांसद ने कहा कि कोरोना पीड़ितों को इलाज के लिए दी जाती ‘फतेह किट’ की पंजाब में बड़ी कमी पाई जा रही है, जिस में ऑक्सीमीटर, सैनेटाइजर और मूलभूत इलाज के लिए अपेक्षित समान दिया जाता है. यह किट सरकार की ओर से मरीज को अस्पताल और घर में एकांतवास दौरान दी जाती है. 

उन्होंने कहा फतेह किट की कमी होने के कारण इलाज के दौरान जरुरी साधनों की कालाबाजारी बढ़ गई है. जो चीज पहले 300 रुपए में मिलती थी, वही चीज अब एक हजार रुपए से ज़्यादा की कीमत पर मिल रही है. कैप्टन सरकार को कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.