सरकार बदलने से केवल पगड़ी के रंग बदले हैं, प्रदेश के हालत वैसे ही है: भगवंत मान
विधान सभा 2017 के चुनाव के समय पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से रोकने के लिए प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी के हुक्मों पर अकाली दल बादल और भारतीय जनता पार्टी के वर्करों ने अपनी वोटें कांग्रेस पार्टियों को डाली थी.
highlights
- '2017 के चुनाव में मोदी के हुक्मों पर अकाली दल और बीजेपी के वर्करों ने कांग्रेस को वोट डाली थी'
- 'सरकार बदलने से केवल पगड़ी के रंग बदले हैं या पंजाब के लोगों ने पुलिस से मारखाने का स्थान बदला है'
- 'पंजाब में सीधे मोदी के कंट्रोल वाली सरकार बनने से रोकने के लिए आप को डाले वोट'
मोहाली:
विधान सभा 2017 के चुनाव के समय पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से रोकने के लिए प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी के हुक्मों पर अकाली दल बादल और भारतीय जनता पार्टी के वर्करों ने अपनी वोटें कांग्रेस पार्टियों को डाली थी, जिस का खुलासा अकाली दल बादल के राज्य सभा मैंबर नरेश गुजराल ने एक अखबार से मुलाकात के दौरान बताया. यह बयान आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सूबा प्रधान और सांसद भगवंत मान और दिल्ली के विधायक और पंजाब मामलों का सह इंचार्ज राघव चड्ढा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कान्फ्रैंस के दौरान दिए. उन्होंने कहा कि अब पंजाब के लोग नरिन्दर मोदी के कंट्रोल वाली पार्टियों की सच्चाई जान चुके हैं और 2022 में तीसरे विकल्प का चुनाव करके आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में बनाऐंगे.
पंजाब के प्रधान भगवंत मान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के आकली दल बादल और भारतीय जनता पार्टी के साथ हुए गठजोड के बहुत से सबूत हैं और अब यह सबूत बारी बारी लोगों के सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अकाली दल बादल के सीनियर नेता नरेश गुजराल के इलावा पंजाब प्रदेश कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रधानों प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलों समेत पूर्व कांग्रेसी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर बादलों के साथ मिले होने के दोष लगाऐ हैं. यहां तक कि कांग्रेस के विधायक राजा वडि़ंग ने कांग्रेस सरकार के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पर अकाली दल के समर्थकों को बड़ी ग्रांटें देने के दोष सबूतों समेत लगाऐ हैं.
मान ने कहा कि बादलों के बाद पंजाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सरकार बनने से कुछ भी नहीं बदला. रेत माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया, शराब माफिया, नशा माफिया आदि उसी तरह चल रहा है. श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने के दोषी, साजिशकर्ता और संगत पर गोली चलाने वाले सब आजाद घूमते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार बदलने से केवल पगड़ी के रंग बदले हैं या पंजाब के लोगों ने पुलिस से मार खाने का स्थान बदला है. पहले पंजाब के लोग अपने हक मांगते हुए बठिंडा में मार खाते थे और अब पटियाला में लाठियां खा रहे हैं.
पंजाब मामलों के सह इंचार्ज राघव चड्ढा ने कहा कि पंजाब के लोगों ने प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी और कैप्टन अमरिन्दर सिंह के गठजोड को देख लिया है और पंजाब वासी सरकार बदलने के लिए तत्पर हैं. उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी के संरक्षण पर सूबे में अकाली दल बादल, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी का गठजोड कायम किया जा रहा है. जिससे 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार को पंजाब में बनने से रोका जा सके, क्योंकि इन सभी पार्टी का कंट्रोल केंद्र सरकार के पास सीबीआई, ईडी और अन्य एजेंसियों के तौर पर सुरक्षित है. चड्ढा ने पंजाब वासियों से अपील करते कहा कि 2022 के चुनाव के समय पंजाब में सीधे या असिद्धे रूप में नरिन्दर मोदी के कंट्रोल वाली सरकार बनने से रोकने के लिए आम आदमी पार्टी को जरूर वोट डालें.
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