संसद में मुद्दे नहीं उठाने पर 'AAP' हुई विपक्ष पर हमलावर
आम आदमी पार्टी (आप) ने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा-शिअद और कांग्रेस के सांसदों ने संसद के मानसून सत्र के दौरान पंजाब से संबंधित एक भी मुद्दे नहीं उठाए.
चंडीगढ़:
आम आदमी पार्टी (आप) ने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा-शिअद और कांग्रेस के सांसदों ने संसद के मानसून सत्र के दौरान पंजाब से संबंधित एक भी मुद्दे नहीं उठाए. इन पार्टियों का पंजाब विरोधी रुख एक बार फिर बेनकाब हो गया है. यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि पंजाब के 'आप' के सभी सांसदों ने पंजाब से संबंधित मुद्दे पर कई सवाल किए, वहीं कांग्रेस अकाली और भाजपा के सांसदों ने सत्र में भाग लेने की भी जहमत नहीं उठाई. उनके साथ वरिष्ठ नेता इक़बाल सिंह भी मौजूद थे.
विपक्षी सांसदों पर हमला बोलते हुए कंग ने कहा कि बेहद चौंकाने वाली बात है कि शिअद प्रमुख सुखबीर बादल, जो खुद को "पंजाब हितैषी" कहते हैं, ने एक भी मुद्दा नहीं उठाया. लोकसभा में उनकी उपस्थिति भी केवल 15% रही. वहीं, संगरूर के सांसद सिमरनजीत सिंह मान, कांग्रेस सांसद मोहम्मद सादिक और भाजपा के सनी देओल ने भी संसद में पंजाब से संबंधित कोई मुद्दा नहीं उठाया. विपक्षी सांसदों का सत्र के दौरान कम उपस्थिति पंजाब और पंजाब के लोगों के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है.
कंग ने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं ने पंजाब के अधिकारों को कमजोर करने के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलीभगत की है. वेलोग कभी भी पंजाबियों के वास्तविक मुद्दों को उठाने के लिए इच्छुक नहीं होते हैं. दूसरी ओर, आप सांसदों ने केंद्र को स्वर्ण मंदिर के पास के सरायों पर जीएसटी लगाने के फैसले को वापस लेने के लिए मजबूर किया है.
कंग ने कहा कि आप सांसद राघव चड्ढा, अशोक मित्तल, बलबीर सिंह सीचेवाल और विक्रमजीत सिंह साहनी ने देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों, पंजाब के गिरते भूजल स्तर, स्वर्ण मंदिर के पास सरायों पर जीएसटी और मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के मुद्दों को राज्यसभा में उठाया. आप सांसद राघव चड्ढा ने संसद में न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी विधेयक और संविधान संशोधन विधेयक 2022 भी पेश किए. वहीं, आप सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने मातृभाषा से संबंधित महत्वपूर्ण सवाल उठाए जिसे सभापति वेंकैया नायडू ने स्वीकार किया और सरकार द्वारा सदन पटल पर मातृभाषा में कागजात उपलब्ध कराने का भरोसा दिया गया.
कांग्रेस के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुए कंग ने कहा कि उनके द्वारा किए गए गलत फैसलों के कारण कई पंजाबियों का भविष्य खतरे में पड़ गया है. यही वजह है कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले अक्टूबर 2021 में शुरू हुए 1,158 सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति को रद्द कर दिया.
संसद सत्र में 'आप' सांसदों की उपस्थिति एवं उनके द्वारा पूछे गए सवालों की संख्या
अशोक मित्तल
39 प्रश्न
86% उपस्थिति
राघव चड्ढा
38 प्रश्न
93% उपस्थिति
2 प्राइवेट मेंबर बिल
संत बलबीर सिंह सीचेवाल
93% उपस्थिति
दो बहसों में भाग लिया एवं मातृभाषा से संबंधित मुद्दे उठाएं
संजीव अरोड़ा
93% उपस्थिति
20 प्रश्न
विक्रमजीत सिंह साहनी
93% उपस्थिति
4 प्रश्न
विपक्षी सांसदों की स्थिति
सुखबीर सिंह बादल
15% उपस्थिति
0 प्रश्न
सिमरनजीत सिंह मान
0 प्रश्न
सनी देओल
0% उपस्थिति
मोहम्मद सादिक, कांग्रेस सांसद
54% उपस्थिति
0 प्रश्न
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