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चन्नी सरकार मजीठिया को गिरफ्तार करने का ड्रामा करेगी- राघव चड्ढा

मीटिंग के दौरान दोनों नेताओं में सौदा हुआ कि चन्नी सरकार एक बेहद कमजोर केस बनाकर अकाली दल के बड़े नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार करेगी, ताकि अगले ही दिन उन्हें कोर्ट से जमानत मिल सके.

Updated on: 08 Dec 2021, 08:07 PM

नई दिल्ली:

पंजाब के बहुचर्चित ड्रग्स मामले में सोमवार को हाईकोर्ट द्वारा पंजाब सरकार को फटकार लगाने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल से मिले होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को ड्रग्स केस में बचाने के लिए दोनों नेताओं में डील हुई है. बुधवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए चड्ढा ने मुख्यमंत्री चन्नी पर आरोप लगाया और कहा कि ड्रग्स केस में पंजाब सरकार को हाई कोर्ट से फटकार लगने के बाद मुख्यमंत्री चन्नी और सुखबीर सिंह बादल के बीच एक फार्म हाउस पर गुप्त मीटिंग हुई. मीटिंग के दौरान दोनों नेताओं में सौदा हुआ कि चन्नी सरकार एक बेहद कमजोर केस बनाकर अकाली दल के बड़े नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार करेगी, ताकि अगले ही दिन उन्हें कोर्ट से जमानत मिल सके. उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी हमें पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी है.

चड्ढा ने आरोप लगाया कि मजीठिया की गिरफ्तारी इतने कमजोर आधार पर की जाएगी कि निश्चित रूप से अकाली नेता को 24 घंटे के अंदर जमानत मिल जाएगी. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री चन्नी पंजाब पुलिस का गलत इस्तेमाल कर मजीठिया पर झूठे मुकदमे दर्ज करवाएंगे और उन्हें जमानत दिलाने में मदद करेंगे. मुख्यमंत्री चन्नी पंजाब की जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए जानबूझ कर गिरफ्तारी का ड्रामा करेंगे. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले पंजाब के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर राजा वडिंग ने भी जनता को बेवकूफ बनाने के लिए कैमरों की फौज लेकर बादलों के बसों को जब्त करने का ड्रामा रचा था. लेकिन अगले ही दिन कोर्ट ने सारी बसों को रिहा करने का आदेश दिया था. इस बार मुख्यमंत्री चन्नी खुद कुछ ऐसा ही ड्रामा करने वाले हैं.

चड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी और सुखबीर बादल के बीच काफी पुराने रिश्ते हैं. कई साल पहले चन्नी 'लुधियाना सिटी सेंटर स्कैम' में आरोपी अपने भाई को बचाने के लिए सुखबीर सिंह बादल से मिलने गए थे और उनसे अपने भाई को बचाने का अनुरोध किया था. इस बात की पुष्टि खुद अकाली दल के विधायकों ने पंजाब विधानसभा में की है. उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा कि किस फार्म हाउस पर वे सुखबीर बादल से मिले? बादल से उनकी क्या डील हुई? क्या पैसों की डील हुई है? अगर हुई है तो कितने पैसे की डील हुई? मुख्यमंत्री इन सभी सवालों के जवाब पंजाब की जनता को दें क्योंकि जनता दोनों के बीच हुई मीटिंग का सच जानना चाहती है.

गौरतलब है कि सोमवार को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस एजी मसीह एवं जस्टिस संदीप मौडगिल की बेंच ने बहुचर्चित ड्रग्स केस में पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि हम बेहद हैरान हैं कि पंजाब सरकार ने ड्रग्स मामले में आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है. एसटीएफ की रिपोर्ट सील बंद लिफाफे में काफी दिनों से पड़ी हुई है लेकिन पंजाब सरकार कार्रवाई करने के बजाय गहरी नींद सो रही है. कोर्ट ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि जब एसटीएफ की सील बंद रिपोर्ट को खोलने पर कोई रोक नहीं है तो अब तक पंजाब सरकार ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?