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AAP जल्द ही अपने सीएम चेहरे की घोषणा करेगी- हरपाल सिंह चीमा

हरपाल चीमा ने कांग्रेस सरकार की ओर से झूठे विज्ञापन पर करदाताओं की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपये बर्बाद करने की आलोचना की और कहा कि पंजाब के लोग 14 फरवरी को कांग्रेस के हर झूठ का मुंहतोड़ जवाब देंगे.

Updated on: 10 Jan 2022, 11:52 PM

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी (आप) को सोमवार को तब और मजबूती मिली जब कई प्रमुख हस्तियां अपने सैकड़ों सहयोगियों के साथ 'आप' में शामिल हो गई. 'आप' के सीनियर नेता और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा सहित मोहाली से 'आप' उम्मीदवार कुलवंत सिंह, राजपुरा से 'आप' उम्मीदवार नीना मित्तल और महासचिव हरचंद सिंह बरसाट के ओर से यहां एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्हें औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल किया गया और उनका 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और 'आप' पंजाब अध्यक्ष भगवंत मान की तरफ़ से पार्टी में उनका स्वागत किया.

आज सोमवार को पटियाला से दविंदर पाल सिंह वालिया (सेवानिवृत्त एडीसी), अमलोह से हरप्रीत सिंह (हलका अध्यक्ष- वाईएडी), वाई.एस. मट्टा (सेवानिवृत्त न्यायाधीश), श्री मुक्तसर साहिब से एडवोकेट हरदीप सिंह बंगल (जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष), लुधियाना से गुरदीप सिंह (जिला महासचिव - एसएडी), बठिंडा ग्रामीण से बलजिंदर सिंह बब्बी (जिला महासचिव यूथ कांग्रेस) और मोहाली से सोहन सिंह बावा ( पूर्व जिला बसपा के अध्यक्ष), फतेहगढ़ साहिब जिले से बलकार सिंह ( पूर्व सरपंच एवं शिअद के जिला महासचिव), अशोक कुमार (जिला अध्यक्ष लोक स्वराज पार्टी), स्वर्ण सिंह सुहाघारी (महासचिव जिला किसान प्रकोष्ठ), नंबरदार हरबंस सिंह , वैसाखी राम नबीपुर, सतनाम सिंह नबीपुर, एडवोकेट गुरदीप बिम्ब्रा (जिला बार एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त सचिव), एडवोकेट संदीप बराड़ और एडवोकेट सतविंदर मान (पूर्व अध्यक्ष के.जी.एस. यु. चंडीगढ़) आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. इस मौके पर हरपाल चीमा ने कहा कि पंजाब भर में अधिक से अधिक लोग 'आप' में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि यहां वे पंजाब का भविष्य देखते हैं.

यहां मीडिया को संबोधित करते हुए हरपाल चीमा ने कांग्रेस सरकार की ओर से झूठे विज्ञापन पर करदाताओं की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपये बर्बाद करने की आलोचना की और कहा कि पंजाब के लोग 14 फरवरी को कांग्रेस के हर झूठ का मुंहतोड़ जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि पंजाबियों को शिरोमणि अकाली दल (बादल) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बिल्कुल भी पसंद नहीं है, क्योंकि उन्होंने (शिअद-भाजपा) अपने पिछले शासन के दौरान अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए पंजाब के मतदाताओं को बांटने के लिए बेअदबी की घटनाओं का इस्तेमाल किया है. 1986 में नकोदर और 2015 में बरागड़ी में हुई बेअदबी की घटनाएं इसके उदाहरण हैं.

विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी द्वारा टिकट बंटवारे में 'डबल डीलिंग' के आरोपों को खारिज करते हुए चीमा ने कहा कि राजनीति में कुछ लोगों का निजी और स्वार्थी एजेंडा होता है और जब उनकी योजना विफल हो जाती है तो वे दोषारोपण शुरू कर देते हैं. चीमा ने दावा किया कि 'आप' ने अपने कोर वालंटियरों को 80 फीसदी टिकट दिए हैं और ऐसा करने वाली 'आप' एकमात्र पार्टी. कोड-ऑफ़-कंडक्ट लगने के बाद भी पुलिस तबादलों की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीमा ने कहा कि अगर ऐसा कुछ हुआ है तो 'आप' उच्च स्तरीय जांच करने और इसमें शामिल सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करती है.